वाराणासी। आईआईटी-बीएचयू में बीटेक की छात्रा के साथ छेड़छाड़ के मामले ने गुरुवार को चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस जांच में सामने आया की छात्रा के गैंगरेप भी हुआ था। बदमाशों ने रेप के बाद उसका वीडियो बनाया और ब्लैकमेल करने लिए उसका नंबर भी अपने मोबाइल में सेव किया। इस घटना को बंदूक की नोक पर अंजाम दिया गया था। अपराधी बुलेट मोटरसाइकिल पर आए थे। छात्रा के मजिस्ट्रेटी बयान के बाद पुलिस ने मामले में गैंगरेप की धारा यानी 376 (डी) जोड़ दी। फिलहाल धारा 354 (बी) और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इधर, अभियुक्तों की अब तक गिरफ्तारी नहीं होने से भड़के छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर रखा है। वे डायरेक्टर आॅफिस के सामने लाइब्रेरी रोड पर क्लास में बैठ रहे हैं। बुधवार शाम को बीएचयू के हजारों छात्रों ने हाथ में तख्तियां लेकर विशाल मार्च निकला।
लंका थाना पुलिस ने बताया कि मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता ने अपना बयान कलमबद्ध कराया। बयान में पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को बताया कि उसके साथ सिर्फ छेड़छाड़ ही नहीं, तीनों आरोपियों ने रेप भी किया था। मजिस्ट्रेटी बयान के बाद पुलिस ने इस मामले में गैंगरेप की धारा जोड़ दी। मामले की जांच लंका थाने के पुलिस इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा को सौंपी गई। पुलिस के मुताबिक बदमाशों ने पिस्तौल दिखाकर छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। इस बीच बनारस के पुलिस कमिश्नर अशोक जैन ने दावा किया कि अभियुक्तों का बच पाना संभव नहीं है। छात्रा ने अपना कलमबंद बयान पुलिस और मजिस्ट्रेट के सामने दे दिया। जल्द मामले का पर्दाफाश किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने अपराधियों का सुराग लगा लिया और किसी भी दिन उनका खुलासा हो सकता है।
इससे पहले छात्रा को इंसाफ दिलाने और बीएचयू कैम्पस के आस-पास सुरक्षा के इंतजाम मजबूत करने की मांग को लेकर हजारों छात्रों ने सड़क पर उतर कर पुलिस पर दबाव बनाया था। छात्रों ने विशाल मार्च निकाला और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। देर रात आईआईटी-बीएचयू के बाहर धरना दे रहे छात्रों के बीच पुलिस के कई आला अफसर मौके पर पहुंचे। उनकी आईआईटी स्टूडेंट्स पार्लियामेंट के प्रतिनिधियों से कई चरणों में वार्ता हुई। अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी का पुख्ता आश्वासन मिलना के बाद आंदोलनकारी छात्र हॉस्टलों में चले गए। छात्रों ने अल्टीमेटम दिया है कि अगर जल्दी ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं होगी तो वो फिर सड़क पर उतरकर आंदोलन-प्रदर्शन करेंगे।
बुधवार की शाम बीएचयू के छात्रों ने आईआईटी के निदेशक कार्यालय से करीब तीन किलो मीटर लंबी रैली निकाली। कुछ छात्र अपने हाथों में पंडित मदन मोहन मालवीय की तस्वीर लेकर नंगे पांव चल रहे थे। हैदराबाद गेट और विश्वेश्वरैया चौराहे से होते हुए छात्रों का मार्च निदेशक कार्यालय पर पहुंचा और धरने में तब्दील हो गया। छात्रों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है, तब तक धरना जारी रहेगा। आईआईटी-बीएचयू के आंदोलनकारी छात्रों ने धरनास्थल पर ही पढ़ाई की। उन्होंने अपनी कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया था।
इस बीच काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों ने हम बीएचयू के लोग की ओर से चीफ प्रॉक्टर को 11 सूत्री मांग-पत्र सौंपा और आरोप लगाया कि आईआईटी प्रशासन अपने परिसर में लोहे की बैरिकेडिंग करा रहा है। शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि आईआईटी-बीएचयू ने वादा किया था कि परिसर को नहीं बांटा जाएगा। लोहे की बैरिकेडिंग तत्काल हटवाई जाए। साथ ही महिला छात्रावास के रास्ते को रात 10 बजे के बाद आम लोगों के लिए बंद कर दिया जाए।