नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने ‘‘पैसे के बदले प्रश्न पूछने’’ से जुड़े मामले में लोकसभा की आचार समिति द्वारा उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश किए जाने के एक दिन बाद, शुक्रवार को कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज करके वापसी करेंगी। मोइत्रा पर एक व्यवसायी से ‘पैसे लेकर’ उसके इशारे पर संसद में सवाल पूछने का आरोप है। मोइत्रा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘संसदीय इतिहास में उस आचार समिति द्वारा अनैतिक रूप से निष्कासित की जाने वाली पहली व्यक्ति बनने पर गर्व है, जिसके अधिकार क्षेत्र में निष्कासन शामिल ही नहीं है। पहले निष्कासित करो और फिर सरकार से कहो कि वह सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) को सबूत ढूंढने का निर्देश दे। कंगारू कोर्ट, शुरू से अंत तक बंदरबांट का खेल।’’
कृष्णनगर सांसद मोइत्रा ने एक अन्य पोस्ट में परोक्ष तौर पर उद्योगपति गौतम अडाणी की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘साथ ही श्रीमान अडाणी – हर किसी को यह कहने में अपना समय बर्बाद न करें कि ‘महुआ का टिकट कट जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केवल एक चीज कटेगी, वह है आपका बाजार पूंजीकरण…।’’ वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मोइत्रा ने 6,14,872 वोट हासिल करके पश्चिम बंगाल की कृष्णनगर सीट 63,173 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कल्याण चौबे रहे थे जिन्हें 5,51,654 वोट मिले थे। आचार समिति ने मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश की है।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा के लोकसभा सदस्य विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी 479 पन्नों की रिपोर्ट स्वीकार की जिसमें मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश की गई है, जो संभवतः समिति द्वारा किसी सांसद के खिलाफ इस तरह की पहली कार्रवाई है। सोनकर ने संवाददाताओं से कहा था कि समिति के छह सदस्यों ने रिपोर्ट स्वीकार करने का समर्थन किया और चार ने इसका विरोध किया। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस द्वारा निलंबित सांसद परनीत कौर ने रिपोर्ट के समर्थन में वोट दिया है। वह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। अमरिंदर सिंह अब कांग्रेस छोड़ चुके हैं।