जयपुर। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में शनिवार रात एक महिला के कथित अपहरण और सामूहिक बलात्कार का मामला झूठा पाया गया. पुलिस ने रविवार को जानकारी देते हुए बताया कि 25 वर्षीय महिला दो पुरुषों के साथ स्वेच्छा से संबंध बनाने गई थी और विवाद तब हुआ जब उन्होंने उसे पूरी रात रुकने पर जोर दिया. पुलिस के अनुसार महिला घर जाना चाहती थी लेकिन दोनों व्यक्तियों ने उस पर रुकने का दबाव डाला, जिसके बाद वह निर्वस्त्र अवस्था में घर से बाहर आई और एक राहगीर से मदद मांगी.
अपहरण के बाद रेप का लगाया था आरोप
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि महिला ने प्रारंभ में मनगढ़ंत कहानी सुनाई कि दो लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था और उसे एक सुनसान घर में ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया, उसकी पिटाई की और उसके कपड़े ले लिए। अधिकारी ने कहा, ‘‘ महिला को डर था कि अगर उसके पति को इस बारे में पता चला तो वह उसे छोड़ देगा। इसलिए उसने मनगढ़ंत बात बताई।’’ उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो मोबाइल फोन में कॉल रिकॉडिंग से यह भी पता चला कि महिला ने शनिवार शाम को आरोपियों से बात की थी और पैसे लेकर उनके साथ जाने को तैयार हो गई थी. उन्होंने बताया कि महिला शनिवार रात छोटू सरगरा और गिरधारी से मिली और दोनों ने उसके साथ एक खाली मकान में सहमति से संबंध बनाए. पुलिस के अनुसार ओडिशा की रहने वाली महिला की शादी छह साल पहले एक बिचौलिए के माध्यम से भीलवाड़ा के एक 50 वर्षीय दिव्यांग व्यक्ति से हुई थी.