जयपुर,राजस्थान में गर्मी अब दिन के साथ-साथ रात में भी सितम बरसा रही है जहां राजधानी जयपुर में बीती मंगलवार रात पारा 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.सीमावर्ती जैसलमेर में यह 34.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.मौसम केंद्र जयपुर ने आगामी 2-3 दिन में तापमान और बढ़ने की संभावना के साथ-साथ राज्य के अधिकांश स्थानों पर तेज गर्म हवाएं चलने की चेतावनी जारी की है.भीषण गर्मी के बीच राज्य में चिकित्सा व पेयजल विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और उन्हें मुख्यालय पर ही रहने को कहा गया है.
पिलानी रहा सबसे ज्यादा गर्म
मौसम केंद्र के अनुसार बीते 24 घंटे में राजधानी जयपुर में अधिकतम व न्यूनतम तापमान क्रमश: 44.9 डिग्री व 32.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.राज्य में पड़ रही गर्मी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीती रात जैसलमेर में तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 33.8 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर व फतेहपुर में 32.6 डिग्री सेल्सियस और कोटा में 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.इस दौरान सर्वाधिक तापमान पिलानी में 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.सामान्य तौर पर राजस्थान के कुछ हिस्सों में दिन में गर्मी के बाद रात में तापमान कम रहता है.
तापमान में 2 डिग्री की और होगी बढ़ोतरी
मौसम केंद्र के अनुसार आगामी कुछ दिन में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस और बढ़ोतरी होने की संभावना है.अधिकारियों के अनुसार आगामी 2 दिन राज्य के अधिकांश स्थानों पर ‘हीटवेव’ व कहीं-कहीं तीव्र हीटवेव चलने की संभावना है.
23 और 24 मई को लेकर लू का अलर्ट
वहीं 23-24 मई के दौरान जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, कोटा व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में अधिकतम तापमान 45-48 डिग्री सेल्सियस दर्ज होने व तेज लू चलने का पूर्वानुमान है.मौसम विभाग के अनुसार इसी तरह रात का तापमान भी बढ़ेगा और आगामी 4-5 दिन राज्य के कुछ भागों में न्यूनतम तापमान भी औसत से 2-5 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज होने व कहीं-कहीं उष्ण रात्रि दर्ज होने की संभावना है.
चिकित्साकर्मियों के अवकाश निरस्त
बढ़ती गर्मी के बीच सभी चिकित्सा कर्मियों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं और उन्हें मुख्यालय पर ही रहने को आदेशित किया गया है.विभाग ने राज्य में तेज लू चलने से लू—तापघात की आशंका को देखते हुए यह कदम उठाया है.वहीं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने भी पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने एवं पेयजल के प्रभावी प्रबन्धन हेतु सभी फील्ड अधिकारी एवं कर्मचारियों को मुख्यालय पर ही उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं.आधिकारिक बयान के अनुसार सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों के अवकाश निरस्त कर दिए गए हैं.