लखनऊ, उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुई भगदड़ की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है.राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से बुधवार को यह जानकारी दी गई.राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं हैं.अधिकांश अनुयायियों की मौत दम घुटने के कारण हुई.हाल के वर्षों में हुई यह सबसे बड़ी त्रासदी है.
कुछ लोगों का कहना है कि लोग प्रवचनकर्ता की कार के पीछे भागते समय कीचड़ में फिसल गए, जिससे भगदड़ मच गई.हाथरस जिले के फुलरई गांव में नारायण साकार विश्व हरि के नाम से लोकप्रिय ‘भोले बाबा’ के कार्यक्रम में लाखों अनुयायी पहुंचे हुए थे.
राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने मंगलवार को इस हादसे में मरने वालों की संख्या 116 बताई थी जिनमें 7 बच्चे, एक पुरुष और बाकी सभी महिलाएं हैं.राहत आयुक्त द्वारा जारी की गई ताजा सूची के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़कर 121 हो गई है, जिनमें से 19 की पहचान अभी भी नहीं हो पाई है.अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान करने के प्रयास जारी है और लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.
CM योगी आदित्यनाथ कर सकते घटनास्थल का दौरा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस का दौरा कर सकते हैं. वहीं घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आगरा) और अलीगढ़ मंडल आयुक्त की एक टीम गठित की गई है.दुखद घटना के बाद मंगलवार को सरकार ने एक बयान में कहा कि रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जानी है.
”घटना के जिम्मेदारों को मिलेगी उचित सजा”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर संवाददाताओं से कहा,”हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी.राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है. हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश.”
”घटना पर राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण”
योगी ने घटना पर राजनीति करने वाले दलों पर निशाना साधते हुए कहा,”इस प्रकार की घटना पर पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाए राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी.यह समय पीड़ितों के घावों पर मरहम लगाने का है,पीड़ितों के प्रति संवेदना का है.सरकार इस मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.”