चंडीगढ़, आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पर प्रहार तेज करते हुए आरोप लगाया कि उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी उन्हें चोर दिखाना चाहती है लेकिन उनके कट्टर शत्रु भी मानते हैं कि वह भ्रष्ट नहीं हैं.दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने 5 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए ‘आप’ प्रत्याशी हरपिंदर सिंह के समर्थन में सिरसा के रानिया विधानसभा क्षेत्र में एक रोडशो किया.
केजरीवाल ने दिया था सीएम पद से इस्तीफा
केजरीवाल ने आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने पर पिछले सप्ताह तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.‘आप’ नेता आतिशी ने राष्ट्रीय राजधानी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है.
मेरी क्या गलती थी? : अरविंद केजरीवाल
रोडशो के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्हें बिना किसी कारण के जेल में साढ़े पांच महीने बिताने पड़े.उन्होंने कहा, ‘‘मेरी क्या गलती थी? मेरी गलती पिछले 10 साल से दिल्ली का मुख्यमंत्री बने होने की है, मैंने गरीबों के बच्चों के लिए अच्छे सरकारी स्कूल बनवाए. पहले दिल्ली में 7-8 घंटे बिजली कटौती होती थी लेकिन अब चौबीसों घंटे बिजली आती है. क्या ये मेरी गलती है कि मैंने दिल्ली तथा पंजाब में बिजली मुफ्त कर दी? उन्होंने कहा, ‘‘मेरी गलती है कि मैंने बुजुर्ग लोगों के लिए निशुल्क ‘तीर्थ यात्रा’ शुरू की. दिल्ली और पंजाब में कई काम किए गए. कोई भ्रष्ट व्यक्ति यह नहीं कर सकता.”
दिल्ली में बिजली मुफ्त की: केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार ने दिल्ली में बिजली मुफ्त की जिसमें ‘‘3,000 करोड़ रुपये’’ का खर्च आया.उन्होंने कहा, ‘‘अगर मैं ‘चोर’ होता तो मैं 3,000 करोड़ रुपये अपनी जेब में रख लेता. मैंने गरीब के बच्चों के लिए अच्छे स्कूल बनवाए. इसमें खर्चा आया . अगर मैं भ्रष्ट होता तो मैं इसे अपनी जेब में रख सकता था.’’
केजरीवाल ने भाजपा पर साधा निशाना
भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उसकी पार्टी की सरकार वाले हर राज्य में बिजली बहुत महंगी है. उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा में बिजली मुफ्त नहीं है, यह बहुत महंगी है. मैं आपसे पूछना चाहता हूं कि ‘चोर’ कौन है – बिजली मुफ्त करने वाला या बिजली महंगी करने वाला,’’
”मेरी ईमानदारी पर चोट करना चाहते हैं”
केजरीवाल ने कहा, ‘‘उन्होंने मुझे जेल में क्यों डाला? मैं ईमानदार हूं. मेरी ईमानदारी पर चोट करना चाहते हैं. वे यह कहना चाहते हैं कि केजरीवाल ‘चोर’ है क्योंकि वह पांच महीने तक जेल में रहा।’’
”मेरे कट्टर दुश्मन भी कहते हैं केजरीवाल भ्रष्ट नहीं है”
‘आप’ नेता ने कहा कि लेकिन जब वह जेल से बाहर आए तो कोई यह स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं था कि वह एक ‘चोर’ हैं. उन्होंने कहा, ‘‘बल्कि मेरे ‘कट्टर से कट्टर दुश्मन’ कहते हैं कि केजरीवाल कुछ भी हो लेकिन भ्रष्ट नहीं है.”
”जेल में मेरी दवाएं बंद कर दीं”
केजरीवाल ने कहा, ‘‘वे जेल में मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से तोड़ना चाहते थे. उन्होंने मेरी दवाएं बंद कर दीं. मुझे मधुमेह है. मैं 10 वर्षों से इंसुलिन ले रहा हूं. उन्होंने मेरा इन्सुलिन रोक दिया. मैं नहीं जानता कि कि वे मुझसे क्या चाहते हैं.उन्होंने कहा, ‘‘वे मेरा संकल्प तोड़ना चाहते है लेकिन वे यह नहीं जानते कि मैं हरियाणा से आता हूं। आप किसी का भी संकल्प तोड़ सकते हैं लेकिन हरियाणा वाले का नहीं.’’
”मैं सत्ता छोड़कर आया हूं”
‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि वह यहां 5 अक्टूबर को होने वाले चुनाव में अपनी पार्टी के लिए वोट मांगने आए हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं यहां वोट मांगने आया हूं। यह सत्ता मिलने के लिए नहीं है. मैं सत्ता छोड़कर आया हूं. मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. आज के जमाने में कोई चपरासी का पद भी नहीं छोड़ता. किसी ने मेरा इस्तीफा नहीं मांगा था.’’
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के लोगों से कहा है, ‘‘अगर आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है तो मुझे वोट दीजिए. अगर आप मुझे ईमानदारी का प्रमाणपत्र देते हैं, मुझे जिताते हैं, तभी मैं मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठूंगा.उन्होंने कहा कि वह सत्ता के भूखे नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आपके बेटे और भाई ने देश तथा दुनिया में हरियाणा का नाम रोशन किया है। मैंने पंजाब और दिल्ली में सरकार बनायी। हमें हरियाणा की सेवा करने का एक मौका दीजिए। हम हरियाणा में स्कूल बनाएंगे और निशुल्क बिजली देंगे.’’
उन्होंने कहा,”आप पूछेंगे कि तुम ऐसा कैसे करोगे.क्या आप सरकार बनाने जा रहे हैं? मेरा जवाब है कि जो भी सरकार बनेगी, वह हमारे बिना नहीं बनेगी.’’केजरीवाल ने हरियाणा में प्रचार करते हुए पिछले सप्ताह दावा किया था कि हरियाणा में अगली सरकार उनकी पार्टी के समर्थन के बिना नहीं बन सकती. उन्होंने दावा किया कि पूरा राज्य ‘बदलाव’ चाहता है और लोग 5 अक्टूबर के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी को सत्ता से बाहर कर देंगे.