वडोदरा। गुजरात में वडोदरा शहर के बाहरी क्षेत्र में स्थित हरणी झील में गुरुवार को नाव के पलट जाने से उसमें सवार 13 बच्चों और दो शिक्षकों की डूबने से मौत हो गई। नौका में 27 विद्यार्थी सवार थे, जो पिकनिक मनाने आए थे। बच्चे प्राइमरी क्लास के थे। हादसे का शिकार हुए सभी बच्चे वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के हैं। इनमें से किसी भी बच्चे या टीचर ने लाइफ जैकेट नहीं पहनी थी। इसी वजह से जब नाव पलटी तो सभी पानी में डूबने लगे। दमकल कर्मियों ने अब तक 10 विद्यार्थियों को और दो शिक्षकों बचा लिया है। हरणी तालाब सात एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैसला हुआ है। इस तालाब का सौंदर्यीकरण साल 2019 में किया गया था। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद छात्रों के परिवार में मातम का माहौल हो गया है। हादसे की वजह सेल्फी बनी। सभी बच्चे और टीचर्स सेल्फी के लिए बोट में एक तरफ पहुंच गए थे, जिससे अनियंत्रित होकर नाव पलट गई।
अधिकारियों ने बताया कि अन्य विद्यार्थियों की तलाश के लिए खोज अभियान जारी है। गुजरात के शिक्षा मंत्री कुबेर डिंडोर ने बताया कि मुझे अभी पता चला है कि स्कूली छात्रों को ले जा रही नाव के झील में पलट जाने से 13 बच्चों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान जारी है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और अग्निशमन कर्मी अन्य एजेंसियों के साथ बचाव कार्य कर रहे हैं।
वडोदरा के जिलाधिकारी एबी गोर ने बताया कि नौका में 27 बच्चे सवार थे। बोट की क्षमता 16 सवारियों की थी, लेकिन इसमें 27 लोग सवार थे। वडोदरा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी पार्थ ब्रह्मभट्ट ने कहा कि यहां पिकनिक मनाने आये स्कूली छात्रों को ले जारी नौका दोपहर में हरणी झील में पलट गई। उन्होंने कहा कि दमकल कर्मियों के पहुंचने से पहले स्थानीय लोगों ने कुछ बच्चों को बचा लिया था।
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे मुकेश ने बताया, घटना हुई तो हम अपने गैराज में थे। यह झील के ठीक सामने है। अचानक दो टीचर्स चिल्लाईं और हम लोग दौड़कर यहां आ गए। वहां मैडम ने कहा कि नाव उल्टी है। हम ग्रिल फांदकर सीधे अंदर कूदे। एक मैडम को भी डूबते हुए देखा। उन्हें बचाया। एक छात्र कीचड़ में फंसा था, उसे बाहर निकाला गया। ये सभी सांस ले रहे थे। इसी बीच एंबुलेंस पहुंची और सबको अस्पताल पहुंचाया गया।
सरकार से इस घटना पर तत्काल संज्ञान लेने का अनुरोध: येसुदान गढ़वी
आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष येसुदान गढ़वी ने कहा- यह घटना दुखद है। यह सरकार के पीपीपी मॉडल की विफलता है। सरकार ऐसे कई ठेकेदारों को ठेका देती है, जो बिना लाइफ जैकेट और नियमों का पालन करते हुए नाव की सवारी करा रहे हैं। इस वजह से ऐसी घटनाएं अक्सर होती रहती हैं।
छात्रा की मां बोली- सुबह 8 बजे पिकनिक मनाने गए थे
वडोदरा के अजवा रोड पर रहने वाली 8 साल की बच्ची नैंसी की मां निरालीबेन माची ने कहा कि दूसरी कक्षा में पढ़ने वाली उनकी बेटी समेत सभी बच्चे सुबह 8 बजे हरणी वाटर पार्क और झील पर पिकनिक मनाने गई थी। एक बच्ची की मां रोते हुए बोली- मैंने 5 बजे फोन किया था। मैडम बोली एक्सीडेंट हो गया है, जान्हवी हॉस्पिटल में है। बच्चों को मामूली चोट आई है। हम डेढ़ घंटे से इंतजार कर रहे थे।
बच्चों का डूबना हृदय विदारक: सीएम भूपेन्द्र पटेल
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा- वडोदरा की हरनी झील में नाव पलटने से बच्चों की डूबने की घटना अत्यंत हृदय विदारक है। मैं जान गंवाने वाले मासूम बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं। दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। दयालु ईश्वर उन्हें यह दुख सहने की शक्ति दे। नाव पर सवार छात्रों और शिक्षकों का बचाव अभियान फिलहाल जारी है। सिस्टम को दुर्घटना के पीड़ितों को तत्काल राहत और उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया गया है।
जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई होगी: विधायक केउर
रोखड़िया विधायक केउर रोखड़िया ने कहा कि यह घटना दुखद है। इस घटना में छोटी या बड़ी किसी भी चूक की गंभीरता को नोट किया जाएगा। फिलहाल प्राथमिकता इन बच्चों को बचाना है। जिसकी भी गलती होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अगर बच्चों की सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया है, तो उसकी भी जांच की जाएगी। वहीं गुजरात विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष चंद्रकांत श्रीवास्तव ने कहा कि यह घटना लापरवाही के कारण हुई है। छोटे बच्चों को उनके स्कूल के शिक्षक लाए होंगे। ठेकेदार और निगम जिम्मेदार हैं। वहां कब हादसा हो गया, हमें पता ही नहीं चला। अगर बच्चों के पास सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट तक नहीं है, तो इसका जिम्मेदार कौन है? वहां सिर्फ भ्रष्टाचार और पैसे की हवस है।