राजस्थान के दौसा के जिला अस्पताल से एक मामला सामने आया है जानकारी के अनुसार इस अस्पताल में भगवान गणेश के जैसा दिखने वाले बच्चे ने जन्म लिया था. जैसी ही इस बात का पता लोगों को चला, तो उस बच्चे को देखने के लिए लोगों ने इच्छा जाहिर की, लेकिन बच्चे ने जन्म के करीब 15-20 मिनट बाद ही दम तोड़ दिया.
डॉक्टरों ने बताया कि ऐसा अकसर उस स्थिति में होता है जब जेनेटिक गड़बड़ी हो जाती है, पूरा मामला राजस्थान के दौसा जिला अस्पताल का है जहां पर सोमवार 31 जुलाई की रात एक बच्चे ने जन्म लिया. इस बच्चे की शक्ल भगवान गणेश जैसी दिखाई देती थी. अस्पताल के स्टाफ ने जब बच्चे को देखा तो वे हैरान रह गए. लोगों को पता चला तो उन्होंने देखने की इच्छा जताई, लेकिन करीब 20 मिनट बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया.सोमवार को अलवर में रहने वाली महिला को प्रसव पीड़ा के बाद दौसा के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. महिला ने रात 9:30 बजे बच्चे को जन्म दिया. इस दौरान जिला अस्पताल में डिलीवरी करवाने वाले स्टाफ ने जब बच्चे को देखा तो हैरान थे. जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी शिवराम मीणा ने बताया कि जेनेटिक गड़बड़ी के अलावा क्रोमोसोम में गड़बड़ी के कारण कभी-कभी गर्भ से इस तरह के बच्चों का जन्म होता है. उन्होंने कहा कि गर्भ धारण करने के बाद प्रत्येक महिला को समय पर जांच करानी चाहिए. ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं एंटीनेटल चेकअप नहीं कराती हैं. बच्चे के भगवान गणेश की तरह सूंड थी, बगल में दो आंखें थीं. गले में कान थे. यह देखकर अस्पताल में डॉक्टर और नर्स भी हैरान रह गए. जैसे ही यह खबर अस्पताल में फैली तो लोगों ने बच्चे को देखने की इच्छा जताई, लेकिन बच्चे ने 15-20 मिनट में दम तोड़ दिया. डॉ. शिवराम मीणा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर राज्य सरकार ने कई प्रकार की सुविधाएं दी हैं. स्वास्थ केंद्र और आंगनबाड़ी केंद्रों पर ये सुविधाएं उपलब्ध हैं. गर्भवती महिलाओं को इन योजनाओं का फायदा उठाना चाहिए और अपना और अपने शिशु की देखभाल करनी चाहिए.