शंभू, पंजाब से लगती हरियाणा की सीमा पर हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों द्वारा आंसू गैस के गोले दागे जाने से कुछ किसानों के घायल होने के बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने रविवार दोपहर को दिल्ली की ओर अपना पैदल मार्च स्थगित कर दिया.
आंसू गैस के गोले दागने से 8 किसान घायल
पंजाब के किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि कम से कम 8 किसान घायल हो गए और उनमें से एक को चंडीगढ़ के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (PGIMER) में ले जाया गया है. हमने जत्थे (101 किसानों का समूह) को वापस बुला लिया है. पंधेर ने कहा कि किसान अपने मंचों – संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा-की बैठक के बाद अपनी अगली कार्रवाई का फैसला करेंगे.
किसानों पर दागे आंसू गैस के गोले
बता दें कि जत्थे ने दोपहर में किसानों के शंभू धरना स्थल से अपना पैदल मार्च फिर शुरू किया, लेकिन हरियाणा के सुरक्षाकर्मियों द्वारा लगाए गए बहुस्तरीय बैरिकेडिंग के कारण उन्हें जल्द ही रुकना पड़ा. प्रदर्शनकारी किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए और बैरिकेड्स तक पहुंचने के बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारों का भी इस्तेमाल किया गया.
अंबाला पुलिस ने पहले कहा था कि किसान संगठन राष्ट्रीय राजधानी प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद ही दिल्ली की ओर मार्च कर सकते हैं. ‘मर्जीवड़ा’ (किसी उद्देश्य के लिए मरने को तैयार व्यक्ति) नामक यह समूह न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के लिए मार्च कर रहा था, लेकिन कुछ मीटर की दूरी पर ही उन्हें रोक दिया गया.