तिरुवनंतपुरम। केरल में स्थानीय निकाय चुनाव से संबंधित मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) का एक फर्जी वीडियो सोशल मीडिया मंच पर प्रसारित होने के बाद, इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार को साइबर गश्त अभियानों के दौरान सीईसी का फर्जी वीडियो देखा गया जिसके बाद ‘तिरुवनंतपुरम सिटी साइबर पुलिस’ ने इस संबंध में एक मामला दर्ज किया।
ज्ञानेश कुमार का फर्जी वीडियो वायरल
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह फर्जी वीडियो सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर देखा गया, जिसमें आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के बारे में झूठी जानकारी फैलाई जा रही थी। अधिकारियों ने बताया कि इस फर्जी पोस्ट में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार की एक फर्जी तस्वीर और संपादित वीडियो शामिल था। वहीं पुलिस को इस बात का संदेह है कि यह वीडियो अन्य सोशल मीडिया मंचों पर भी प्रसारित की गई होगी।
इस मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है । इन धाराओं के साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66सी (पहचान की चोरी) भी जोड़ी गई है। पुलिस ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों और केरल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को देखते हुए साइबर गश्त गतिविधियों को मजबूत कर दिया गया है। यह कदम फर्जी वीडियो और ऑनलाइन भ्रामक सामग्री के प्रसार की संभावना को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इस पहल के तहत, हाल के दिनों में विभिन्न ऑनलाइन मंचों पर प्रसारित की जा रही फर्जी दुष्प्रचार फैलाने वाली कई तस्वीरों और वीडियो को हटा दिया गया है।
फेक वीडियो और फोटो हटाए जा रहे
साइबर पुलिस ने आगामी स्थानीय निकाय चुनावों और केरल में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को देखते हुए साइबर गश्त गतिविधियों को मजबूत कर दिया गया है। यह कदम फर्जी वीडियो और ऑनलाइन भ्रामक सामग्री के प्रसार की संभावना को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इस पहल के तहत, हाल के दिनों में विभिन्न ऑनलाइन मंचों पर शेयर की जा रही फर्जी दुष्प्रचार फैलाने वाली कई तस्वीरों और वीडियो को हटा दिया गया है।




