जयपुर। आखिर एक्जिट पोल के नतीजों में वही सबकुछ निकलकर सामने आया जो आमतौर पर आता है। जहां-जहां राज्यों में सरकारें थीं, उनके खिलाफ जनता ने मतदान किया। यानी जनता को सरकार के कामकाज से कोई सरोकार नहीं रहा और उन्होंने नई सरकार को लाने का मन बना लिया। तभी तो ज्यादातर मीडिया संस्थानों की ओर से किए गए एक्जिट पोल्स में मध्यप्रदेश और राजस्थान में सरकार बदलने की बात कही गई तो छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में जोरदार टक्कर बताई गई। वहीं मिजोरम हंग असेम्बली का अंदेशा जताया गया।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के लिए वोट पहले ही डाले चुके थे। तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटों पर गुरुवार को मतदान हुआ। वोटिंग के बाद एग्जिट पोल के नतीजे सामने आए। हालांकि जिन भी सर्वे एजेंसी ने इन आंकड़ों को जारी किया, वे स्वयं जानती हैं कि ये आंकड़े महज अंदाजा भर हैं। इससे पता चलेगा कि 3 दिसंबर को जब असल चुनाव परिणाम आएंगे तो वो कैसे होंगे? यहां पर पॉल्सट्रैट के सैंपल साइज का बताया जा रहा है, जिसने करीब 25 हजार लोगों से पांचों राज्यों में फीडबैक लिया।
मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक, उनकी कुर्सी जा सकती है। राज्य में कांग्रेस का राज हो सकता है। उसे 111-121 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, भाजपा के खाते में 106-116 सीटें जा सकती हैं। अन्य को 0-6 सीटें मिल सकती हैं। वोट प्रतिशत की बात करें तो कांग्रेस को 45.6 फीसदी, भाजपा को 43.33 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। बता दें कि मध्य प्रदेश में विधानसभा की 230 सीटें हैं। यहां पर सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के पास 116 सीटें होनी चाहिए.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 सीटें हैं। यहां पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। भाजपा को 35-45 और कांग्रेस 40-50 सीटें मिल सकती हैं। अन्य के खाते में 0-3 सीटें जा सकती हैं। भाजपा को 43.8 प्रतिशत, कांग्रेस को 45 प्रतिशत और अन्य को 11.2 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना है। यहां फिलहाल कांग्रेस की सरकार है।
राजस्थान में हर 5 साल में सरकार बदलती है और लगता है। इस बार भी वैसा ही होगा। एग्जिट पोल के मुताबिक, राजस्थान में अशोक गहलोत की कुर्सी जा सकती है। यहां पर कांग्रेस को 90-100, भाजपा को 100-110 सीटें मिल सकती हैं। अन्य को 5-15 सीटें मिल सकती हैं। वोट प्रतिशत की बात करें तो भाजपा को 41.8 प्रतिशत, कांग्रेस को 39.9 प्रतिशत वोट मिल सकता है।
तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटें हैं। यहां पर एक ही चरण में मतदान हुआ। एग्जिट पोल के मुताबिक तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव की कुर्सी जा सकती है। उनकी पार्टी BRS को 48-58, कांग्रेस को 49-59 और भाजपा को 5-10 सीटें मिल सकती हैं। ओवैसी की पार्टी AIMIM को 6-8 सीटें मिलने की संभावना है और वही किंगमेकर भी बन सकती है।
किस राज्य में कब हुई वोटिंग?
मध्य प्रदेश के वोटर्स ने 18 नवंबर को अपने मत का इस्तेमाल किया था। राज्य में 76 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई। 2018 के विधानसभा चुनाव में यहां पर 75.63 वोटिंग हुई थी। वहीं, राजस्थान में 25 नवंबर को वोट डाले गए। राज्य में 75.45 फीसदी मतदान हुआ, जो पिछले बार के विधानसभा चुनाव से ज्यादा है। छत्तीसगढ़ की बात करें तो यहां पर दो चरणों में वोट डाले गए। पहले चरण की वोटिंग 7 और दूसरे चरण की वोटिंग 17 नवंबर को हुई। नक्सल प्रभावित इस राज्य में 69.78 फीसदी वोटिंग हुई। मिजोरम में 7 नवंबर को वोटिंग हुई थी। यहां पर विधानसभा की 40 सीटें हैं।