उत्तप्रदेश के नोएडा एक मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया है जानकारी के अनुसार नोएडा के सेक्टर 113 में पुलिस ने एक ई-रिक्शा से 45 लाख कैश बरामद किए हैं। पुलिस कार्रवाई में एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है. अब तक इस मामले में 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. फिलहाल पुलिस बाकी लोगों की तलाश में जुट गई है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जो शख्स गिरफ्तार हुआ है वह मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल गैंग का एक सदस्य है. गैंग के सभी सदस्यों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में ही केस दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है.
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा के अतिरिक्त डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि आरोपी व्यक्ति मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल एक गिरोह का हिस्सा है. यह गिरोह हवाला के जरिए ब्लैक मनी को व्हाइट करता है. मुखबिर की सूचना के बाद बुधवार को सेक्टर-113 पुलिस थाने के अफसरों ने अरेस्ट किया. पुलिस के अनुसार, जांच में पता चला कि इस पैसे को देकर 2000 रुपये के नोट बदले जाने थे. आगे मिली जानकारी के अनुसार थाना सेक्टर 113 के प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने मंगलवार की देर रात तलाशी के दौरान एक ई-रिक्शा से 500 रुपये के नोट के 45 लाख रुपये बरामद किए. उन्होंने बताया कि मेरठ निवासी 40 वर्षीय जगजीवन उर्फ बाबू से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि इस पैसे को तीन लोगों ने उसे दिया था. फिलहाल आयकर विभाग को इसकी सूचना दे दी गई है. पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि ये लोग हवाला का कारोबार करते हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस रैकेट में शामिल गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने के लिए काम कर रही है. इस मामले में जगजीवन के अलावा जितेंद्र, राहुल और सरदारजी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों के खिलाफ 6 धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. स्थानीय पुलिस स्टेशन में IPC की धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी), 467 (मूल्यवान सुरक्षा की जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (दस्तावेज का धोखाधड़ीपूर्ण उपयोग) और के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. गिऱफ्तार आरोपी को धारा 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत अदालत ने जेल भेज दिया है.