Friday, September 19, 2025
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DUSU चुनाव में एबीवीपी का दबदबा, तीन पदों पर जीत; एनएसयूआई को उपाध्यक्ष पद से संतोष

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष सहित तीन प्रमुख पदों पर जीत हासिल की। कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई (NSUI) को इस बार केवल उपाध्यक्ष पद से संतोष करना पड़ा।

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अध्यक्ष सहित तीन प्रमुख पदों पर जीत हासिल की। कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई (NSUI) को इस बार केवल उपाध्यक्ष पद से संतोष करना पड़ा।

मतगणना दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर स्थित खेल केंद्र में सख्त सुरक्षा के बीच हुई। एबीवीपी के आर्यन मान ने एनएसयूआई की जोसलिन नंदिता चौधरी को 16,196 मतों के अंतर से हराकर अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। वहीं एनएसयूआई के राहुल झांसला ने 29,339 मत प्राप्त कर एबीवीपी के गोविंद तंवर को पीछे छोड़ उपाध्यक्ष पद अपने नाम किया। सचिव पद पर एबीवीपी के कुणाल चौधरी ने 23,779 मतों के साथ जीत दर्ज की, जबकि संयुक्त सचिव पद पर दीपिका झा ने एनएसयूआई के लवकुश भड़ाना को हराया।

एसएफआई और आइसा को इस चुनाव में कोई सफलता नहीं मिली।

नव निर्वाचित अध्यक्ष आर्यन मान ने जीत के बाद कहा कि उनकी प्राथमिकता मेट्रो रियायती पास योजना को लागू कराना और खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण संसाधन उपलब्ध कराना है। उन्होंने समर्थकों से विजय रैली न निकालने की अपील करते हुए कहा कि कोर्ट के आदेशों का पालन किया जाएगा।उधर, एबीवीपी के सभी विजयी उम्मीदवारों का समर्थकों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। आर्यन मान को तिरंगे में लपेटा गया और मंच पर “मान, मान” के नारे गूंजते रहे। दीपिका झा ने अपनी जीत को छह साल की मेहनत का फल बताया और कहा कि वे बिहार से आकर यहां तक पहुँची हैं।

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा कि यह मुकाबला केवल एबीवीपी से नहीं बल्कि केंद्र सरकार, डीयू प्रशासन और दिल्ली पुलिस की ताकत के खिलाफ था। फिर भी, उनके उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन किया।पिछले वर्ष 2024 के डूसू चुनाव में एनएसयूआई ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार एबीवीपी ने फिर से बढ़त बना ली है।

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