US Military Parade: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 79वें जन्मदिवस और अमेरिकी सेना की 250वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित हुई मिलिट्री परेड फ्लॉफ साबित हुई है। इसकी अमेरिका के भीतर और बाहर बाहर हर जगह हंसी उड़ाई जा रही है। ये परेड नहीं बल्कि चहलकदमी लग रही है। इसे अमेरिकी सैनिकों में अभ्यास की कमी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ली सलामी
राष्ट्रपति ट्रंप ने परेड की सलामी ली। जिसमें उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप और प्रशासन के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे। अपने जोशीले संबोधन में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “आज हम यह सुनिश्चित करते हैं कि आने वाले वर्षों और पीढ़ियों में, जब भी कर्तव्य की पुकार होगी और देश पर कोई खतरा मंडराएगा, अमेरिकी सैनिक वहां डटे होंगे।”
अमेरिका में इससे पहले अंतिम सैन्य परेड 1991 में आयोजित की गई थी। इतने वर्षों बाद एक बार फिर वॉशिंगटन डीसी की कॉन्स्टिट्यूशन एवेन्यू पर देश की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन देखने को मिला। इस परेड में 6,600 से अधिक सैनिकों ने भाग लिया, साथ ही आधुनिक टैंकों और रोबोटिक डॉग्स ने भी मार्च कर सबका ध्यान खींचा। लेकिन सोशल मीडिया पर जब परेड की वीडियो सामने आईं तो लोग इसे खुश नहीं दिखे और उन्होंने सैनिकों में उत्साह और जोश की कमी बताई।
अमेरिकी परेड का यूजर्स ने ऐसे दिए रिएक्शन
एक यूजर ने सोशल मीडिया पर अमेरिकी मिलिट्री परेड का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि ‘यह एक बकवास कार्यक्रम था। सैनिकों के बूटकैंप में इससे ज्यादा अच्छी मार्च होती है।’ एक यूजर ने लिखा, “यह एक घटिया शो था। बूटकैंप में भर्ती होने वाले छात्र इससे बेहतर तरीके से मार्च कर सकते हैं।” जबकि दूसरे ने कहा, “यहां तक कि भारत में एनसीसी कैडेट भी महाशक्ति अमेरिका से बेहतर परेड मार्च करते हैं।”
एक यूजर ने वीडियो साझा करते हुए लिखा कि ‘विश्वास नहीं होता कि अमेरिका की मिलिट्री परेड इतनी निराशाजनक होगी। दुनिया की सबसे बड़ी सेना के सैनिक 250वीं वर्षगांठ पर बिना कदमताल मिलाए चल रहे हैं। उनके टैंक भी अलग-थलग दिख रहे हैं और बेहद कम लोगों के सामने सैनिकों का जोश नदारद है। न तो तकनीक दिखाई गई और न ही आधुनिक हथियार। ऐसे में अमेरिकी परेड की दुनियाभर में मजाक उड़ रही है।