जयपुर। जोधपुर में एक दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म की कथित घटना के खिलाफ भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जयपुर और जोधपुर में प्रदर्शन किया और दोषियों को मौत की सजा देने की मांग की।
NSUI कार्यकर्ताओं ने जयपुर में राजस्थान विश्वविद्यालय के सामने और जोधपुर में जेएनवी विश्वविद्यालय के पुराने परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। यह मामला सोमवार को विधानसभा में भी उठा, जहां मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए।
NSUI ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं का इस घटना से संबंध होने का भी आरोप लगाया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। हालांकि, ABVP ने इन आरोपों को खारिज किया।
NSUI नेता रमेश भाटी ने जयपुर में कहा, ‘‘यह घटना बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। अपराध में शामिल लोगों को मौत की सजा दी जानी चाहिए। घटना से पूरे राज्य की जनता आक्रोशित है।’’
एक अन्य नेता ने ABVP पर आरोप लगाया, ‘‘ABVP कार्यकर्ताओं ने शिक्षण संस्थानों का माहौल खराब किया है। भाजपा ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की बात करती है और कुछ दिन पहले ABVP ने महिला सुरक्षा को लेकर रैली निकाली थी, लेकिन कल जोधपुर में विश्वविद्यालय परिसर में सामूहिक बलात्कार में एबीवीपी कार्यकर्ताओं की संलिप्तता की बात सामने आई है।’’
NSUI ने जोधपुर में भी प्रदर्शन किया, जहां यह घटना हुई थी। यह मुद्दा सोमवार को विधानसभा में भी उठा, जहां शून्यकाल के दौरान भाजपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के विधायकों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
अपने प्रेमी के साथ घर छोड़ने वाली 17 वर्षीय दलित लड़की के साथ रविवार तड़के जोधपुर के पुराने जेएनवी विश्वविद्यालय परिसर के हॉकी मैदान में उसके प्रेमी के सामने 3 आरोपियों ने कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म किया। घटना के कुछ घंटे बाद ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त (जोधपुर पूर्व) अमृता दुहन ने रविवार को कहा था कि आरोपी एक छात्र नेता के लिए प्रचार कर रहे थे, जो छात्र संघ चुनाव के लिए ABVP से टिकट मांग रहा है। हालांकि, ABVP ने कहा कि आरोपी का उससे कोई संबंध नहीं है।