नई दिल्ली, आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि दिल्ली की जल मंत्री आतिशी की तबीयत सोमवार को उनके अनिश्चितकालीन अनशन के चौथे दिन बिगड़ गई और चिकित्सकों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी है.हालांकि आतिशी ने हरियाणा द्वारा ‘दिल्ली के पानी का उचित हिस्सा’ जारी किए जाने तक, प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों के बावजूद अस्पताल में इलाज कराने से इनकार कर दिया है.
‘जारी रहेगी भूख हड़ताल ‘
उन्होंने कहा, ‘मेरा रक्तचाप और शर्करा का स्तर गिर रहा है और मेरा वजन भी कम हो गया है.कीटोन का स्तर बहुत अधिक है जो लंबे समय में हानिकारक प्रभाव डाल सकता है.चाहे मेरे शरीर को कितना भी कष्ट क्यों न हो, मैं भूख हड़ताल तब तक जारी रखूंगी जब तक हरियाणा दिल्ली के हिस्से का पानी नहीं छोड़ देता.’
‘आतिशी का वजन और रक्तचाप तेजी से घट रहा’
आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा कि आतिशी का वजन और रक्तचाप तेजी से घट रहा है, जिसे लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल के चिकित्सकों ने ‘खतरनाक’ बताया है.बयान में कहा गया है, ‘जल मंत्री आतिशी का वजन भी अप्रत्याशित रूप से घट रहा है.21 जून को भूख हड़ताल पर बैठने से पहले उनका वजन 65.8 किलोग्राम था,जो भूख हड़ताल के चौथे दिन घटकर 63.6 किलोग्राम रह गया है.यानी महज 4 दिनों में उनका वजन 2.2 किलोग्राम कम हुआ है.’
पार्टी ने कहा कि भूख हड़ताल के पहले दिन के मुकाबले चौथे दिन उनका शर्करा स्तर 28 यूनिट कम हुआ है.इस बयान में कहा गया है, ‘इसके साथ ही उनका रक्तचाप का स्तर भी कम हो गया है.जल मंत्री आतिशी के रक्त शर्करा स्तर, रक्तचाप और वजन में जिस गति से कमी आई है उसे चिकित्सकों ने खतरनाक बताया है.’
डॉक्टरों ने दी अस्पताल में भर्ती होने की सलाह
आप ने कहा कि चिकित्सकों ने आतिशी को उनके बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है, लेकिन वह ‘अपनी जान जोखिम में डालकर’ दिल्ली के हक के पानी के लिए लड़ रही हैं.चिकित्सकों की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘मरीज को अस्पताल में भर्ती होने और पानी पीने का परामर्श दिया गया है’ लेकिन उसने इनकार कर दिया.
मंत्री आतिशी ने किया ये दावा
मंत्री ने दावा किया कि हरियाणा ने पिछले 3 हफ्तों में राष्ट्रीय राजधानी के लिए छोड़े जाने वाले यमुना के पानी में दिल्ली का हिस्सा 100 मिलियन गैलन प्रति दिन (एमजीडी) कम कर दिया है.उन्होंने कहा कि 100 एमजीडी कम पानी मिलने की वजह से दिल्ली में पानी की कमी हो गई है, जिससे यहां के 28 लाख लोग प्रभावित हुए हैं.
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आश्वासन दिया है कि वे इस बात पर विचार करेंगे कि क्या उनका राज्य शहर को अतिरिक्त पानी उपलब्ध करा सकता है.