Delhi Blast : श्रीनगर। पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले के पास विस्फोट में इस्तेमाल कार चलाने के संदिग्ध व्यक्ति की मां को मंगलवार को डीएनए जांच के लिए जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बुलाया। यहां अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया, हमने विस्फोट स्थल पर मिले अंगों से मिलान करने के लिए संदिग्ध की मां को डीएनए नमूने लेने के लिए बुलाया है। उन्होंने बताया कि डॉ. उमर नबी कथित तौर पर उस हुंदै आई20 कार को चला रहा था जिसका इस्तेमाल सोमवार को दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पार्किंग क्षेत्र के पास हुए विस्फोट में किया गया था, जिसमें कम से कम 12 लोग मारे गए थे। वह पुलवामा के कोइल गांव का रहने वाला था।
संदिग्ध युवक की मां को डीएनए जांच के लिए पुलवामा बुलाया गया
संदिग्ध के दो भाई अपनी मां के साथ अस्पताल पहुंचे। अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट में इस्तेमाल कार की खरीद-फरोख्त से जुड़े तीन लोगों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उमर नबी की भाभी मुजम्मिल ने कहा कि परिवार को विश्वास नहीं हो रहा है कि वह आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त हो सकता है।मुजम्मिल ने बताया कि उनका देवर बचपन से ही अंतर्मुखी था, उसके ज्यादा दोस्त नहीं थे और वह अपनी पढ़ाई और काम पर ही ध्यान देता था। मुजम्मिल ने बताया, वह फरीदाबाद के एक कॉलेज में पढ़ाता था। उसने शुक्रवार को फोन करके बताया था कि वह परीक्षाओं में व्यस्त है और तीन दिन बाद घर लौटेगा। वह बचपन से ही थोड़ा संकोची स्वभाव का था। उन्होंने जोर देकर कहा कि उमर ऐसा व्यक्ति नहीं है जो आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त हो।
मुजम्मिल ने कहा, हमने यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत संघर्ष किया कि वह शिक्षित हो जाए ताकि वह अपना और परिवार का ध्यान रख सके। यह अविश्वसनीय है।उन्होंने बताया कि उमर दो महीने पहले कश्मीर आया था। दिल्ली पुलिस की शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि धमाके में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया होगा। सूत्र ने बताया कि इसका संबंध फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकी मॉड्यूल से जुड़ता प्रतीत होता है, जहां 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री और ज्वलनशील पदार्थ जब्त किए गए थे। उन्होंने बताया, ‘‘अंतिम रिपोर्ट का इंतज़ार है।
पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की, जो आतंकवादी हमले की सजा और साजिश से संबंधित हैं। गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को सौंप दी है।




