Delhi Blast: पुलिस ने दिल्ली में विस्फोट के संदिग्धों से कथित तौर पर जुड़ी लाल रंग की ‘फोर्ड इकोस्पोर्ट’ कार के 200 मीटर के दायरे में घेराबंदी कर दी है. एक दिन पहले ही इस कार को हरियाणा के फरीदाबाद जिले से जब्त किया गया था. सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि बुधवार शाम फरीदाबाद के खंडावली गांव से कार जब्त किए जाने के बाद बम निरोधक दस्ता निरीक्षण के लिए पहुंच गया है.
अधिकारियों ने बताया कि फरीदाबाद पुलिस ने एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर गांव में कार खड़ी की थी और उसे दिल्ली पुलिस को सौंप दिया गया है. इससे पहले दिल्ली पुलिस ने लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट का पता लगाने के लिए सभी पुलिस थानों, पुलिस चौकियों और सीमा चौकियों पर अलर्ट जारी कर दिया था.
आईईडी ले जाने के लिए 3 कारों का इस्तेमाल
जांच में यह खुलासा होने के बाद अलर्ट जारी किया गया कि संदिग्धों ने आईईडी ले जाने के लिए 3 कारें – एक सफेद हुंदै आई20, एक लाल इकोस्पोर्ट और एक मारुति सुजुकी ब्रेजा खरीदी थीं. पुलिस और कई सुरक्षा एजेंसियां अब तीसरी कार की तलाश में जुटी हैं. सूत्रों ने बताया कि फोर्ड इकोस्पोर्ट डॉ. उमर नबी के नाम पर पंजीकृत है, जो कथित तौर पर हुंदै आई20 कार चला रहा था जिसमें विस्फोट हुआ. उन्होंने बताया कि उमर ने लाल किला क्षेत्र की टोह लेने के लिए इकोस्पोर्ट का इस्तेमाल किया था.
अधिकारियों ने सोमवार को जम्मू कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े एक ‘‘सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल’’ का भंडाफोड़ किया. उन्होंने 2,900 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ ज़ब्त किया और फरीदाबाद स्थित अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े 3 चिकित्सकों समेत 8 लोगों को गिरफ्तार किया.
DNA सैंपलिंग से डॉ. उमर के कार चलाने की पुष्टि
इसके कुछ घंटे बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन के भीड़भाड़ वाले इलाके में एक धीमी गति से चल रही कार में एक जोरदार विस्फोट हुआ, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. गुरुवार को हुए DNA परीक्षण से पुष्टि हुई कि विस्फोट वाली कार डॉ. उमर ही चला रहा था.
बता दें कि पुलिस की टीम बुधवार को अल-फलाह विश्वविद्यालय और इस मामले में गिरफ्तार किए गए प्रमुख संदिग्धों में से एक डॉ. मुज़म्मिल गनई के घर गईं. उन्होंने विश्वविद्यालय के कई चिकित्सकों और छात्रों से पूछताछ की.




