नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीख मंगलवार को तय हो गई। 70 विधानसभाओं के लिए” सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है, आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, आज तो रू-ब-रू भी बनता है क्या पता हम कल हो न हो, आज जवाब तो बनता है” यहां चुनाव एक चरण में 5 फरवरी को होंगे। चुनाव के परिणाम 8 फरवरी को आएंगे। भारतीय निर्वाचन आयोग ने चुनाव की प्रक्रिया को लेकर सारी जानकारी दी। इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोपों पर 30 मिनट तक फैक्ट्स के साथ सफाई दी। उन्होंने कहा कि चुनाव में वोटर्स बढ़ाने, खास वर्ग को टारगेट करने के आरोप गलत हैं। चुनावी प्रक्रिया को खत्म करने में वक्त लगता है। यह सब एक तय प्रोटोकॉल के तहत होता है। चुनाव आयोग ने जानकारी दी किदेश की राजधानी में डेढ़ करोड़ वोटरों के लिए 33 हजार बूथ बनाए गए हैं। 83.49 लाख पुरुष, 79 लाख महिला वोटर्स हैं। 2.08 लाख नए वोटर्स है। 830 वोटर 100 साल की उम्र से ज्यादा हैं। दिल्ली में एक करोड़ 55 लाख कुल वोटर्स हैं।
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसके चलते 18 फरवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कराए जाने की संभावना है। 2020 के विधानसभा चुनावों की घोषणा 6 जनवरी को हुई थी। विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी 2020 को सिंगल फेज में वोटिंग हुई थी और 11 फरवरी को नतीजे घोषित हुए थे। 2020 में आम आदमी पार्टी (AAP) को 53.57% वोट के साथ 62 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 8 सीटों सहित कुल 38.51% वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस को 4.26% वोट मिले थे लेकिन पार्टी अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही थी। 2015 के चुनाव में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी।
ईवीएम में अवैध वोट डालने की संभावना नहीं
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम में अवैध वोट डालने की संभावना नहीं है। ईवीएम फुलप्रूफ डिवाइस है। इसे मतदान के बाद सील कर दिया जाता है और इसमें वायरस नहीं जा सकता।
ईवीएम किसी भी तरह से हैक नहीं हो सकता
ईवीएम किसी भी तरह से हैक नहीं हो सकता है। चुनाव से सात से आठ दिन पहले ईवीएम तैयार हो जाता है। यह चुनाव का सबसे सुरक्षित तरीका है। गिनती से पहले हर ईवीएम की सील चेक होती है।
लिस्ट से वोटर हटाने की पूरी प्रक्रिया का पालन होता है
हम वोटर लिस्ट और ईवीएम पर उठ रहे सवाल का जवाब देते हैं। चुनाव आयोग पर कई तरह के आरोप लगते हैं। आरोप लगता है कि किसी विधानसभा में 50 हजार वोटर बढ़ा दिए गए। वोटर टर्नआउट 5 बजे के बाद कैसे बढ़ गया? मैं इसका जवाब देना चाहता हूं। लिस्ट से वोटर हटाने में पूरी प्रक्रिया का पालन होता है। इसके बारे में सभी को जानकारी मिल सकती है।
तीन शायरियों से दिया आलोचकों को जवाब
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 3 शायरियां भी पढ़ीं और इसके जरिए चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने वालों को सीधा जवाब दिया।
पहली शायरी
कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं, मेरी वफा का इन्हें ऐतबार तो है, शिकायत भले ही हो, मगर सुनना, सहना सुलझाना हमारी आदत है।
दूसरी शायरी
सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है, आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, आज तो रू-ब-रू भी बनता है क्या पता हम कल हो न हो, आज जवाब तो बनता है
तीसरी शायरी
आरोपों और इल्जामात का दौर चले, कोई गिला नहीं, झूठ के गुब्बारों को बुलंदी ममिले शिकवा नहीं। हर परिणाम में प्रमाण देते हैं, वो शक की दुनिया को बढ़वा देते हैं, शक का इलाज हकीम लुकमान के पास नहीं।