Delhi Acid Attack Case: दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा पर एसिड अटैक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. जांच में मामला झूठा साबित हुआ है. पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि छात्रा ने पिता के कहने पर झूठ बोला था, क्यों कि उसका पिता अपने खिलाफ दर्ज रेप मामले का बदला लेना चाहता था. पुलिस ने लड़की के पिता को एसिड अटैक की झूठी कहानी गढ़ने और जितेंद्र की पत्नी के साथ दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर उसकी बेटी ने एसिड फेंकने का आरोप लगाया था.
पुलिस जांच में सामने आया सच
पुलिस की पूछताछ में पिता ने कबूल किया कि उसकी बेटी ने खुद ही अपने हाथों पर टॉयलेट क्लीनर डाला था, ताकि ऐसा प्रतीत हो कि एसिड अटैक हुआ हो. छात्रा ने तीन लोगों जितेंद्र, ईशान और अरमान पर हमला करने का आरोप लगाया था. लेकिन जांच में ये आरोप झूठा साबित हुआ.
छात्रा के पिता पर दर्ज हुआ था रेप का मामला
पुलिस ने बताया कि कथित तेज़ाब हमले से 2 दिन पहले, जितेंद्र की पत्नी ने लड़की के पिता पर दुष्कर्म और ब्लैकमेल करने का आरोप था और शिकायत दर्ज कराई थी. उसने पुलिस को बताया कि वह 2021 से 2024 के बीच अकील की फ़ैक्ट्री में काम करती थी, इस दौरान उसने उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे निजी तस्वीरें और वीडियो दिखाकर धमकाया. इसी मामले का बदला लेने के लिए अकील ने अपनी बेटी पर झूठे एसिड अटैक की कहानी रची.
CCTV फुटेज में नहीं दिखे तीनों युवक
पुलिस जांच में सामने आया कि जिस स्थान पर पीड़िता ने एसिड अटैक होने का दावा किया था, वहां के आसपास लगे CCTV कैमरों में बाइक सवार तीनों युवक कहीं दिखाई नहीं दिए. जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि घटना के बताए गए समय पर जितेंद्र अपनी पत्नी के साथ करोलबाग इलाके में मौजूद था। उसकी लोकेशन, कॉल डिटेल्स और CCTV फुटेज की जांच में भी इसकी पुष्टि हुई. इसके अलावा, जिस बाइक से हमलावरों के भागने की बात कही गई थी, वह भी करोलबाग में बरामद हुई. वहीं घटनास्थल पर न तो तेजाब के निशान मिले और न ही कोई बोतल या कांच बरामद हुआ.




