भोपाल। सोमवार को सोशल मीडिया पर अनूपपुर से एक वीडियो वायरल हुआ. इस वीडियो में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) का एक नेता एक व्यक्ति को चप्पल से पीटते हुए दिखाई दे रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद विपक्षी दलो ने शिवराज सरकार पर निशाना साधना शुरु कर दिया हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार आदिवासियों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को रोकने में विफल हो रहा हैं. पूर्व सीएम कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा आदिवासी अत्याचारों की पार्टी बन रही है. बता दें भाजयुमो, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा शाखा है. वीडियो में दिख रहे आरोपी को के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर लिया है, वायरल होने के बाद पार्टी ने आरोपी नेता को निष्कासित कर दिया.
पुलिस मामले की जांच में जुटी
पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार दो युवक हिरवा सिंह गोंड (57) और भोमा सिंह (60) सोमवार को मोटरसाइकिल पर राजेंद्र नगर से अनूपपुर की ओर जा रहे थे, तभी उनकी बाईक एक पिकअप से टकरा गई. हादसे में भोमा सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए और दो लोगों ने मोटरसाइकिल चला रहे गोंड की पिटाई कर दी. आदिवासी व्यक्ति के साथ मारपीट का एक वीडियो बाद में वायरल हो गया. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दिया. दोनो आरोपियो की पहचान जितेंद्र कुशवाह और गणेश दीक्षित के रूप में हुई है.
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दें शिवराज – कमलनाथ
भाजपा जिला अध्यक्ष रामदास पुरी ने कहा कि दीक्षित, जो भाजयुमो मंडल अध्यक्ष (ग्रामीण) थे, को संगठन से निष्कासित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा समाज सेवा में विश्वास करती है और पार्टी में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर मारपीट का वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि भाजपा नेता एक आदिवासी व्यक्ति को चप्पलों से पीट रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा मध्य प्रदेश में आदिवासी अत्याचारों की पार्टी बनती जा रही है. आप क्या चाहते हैं?’’ कमल नाथ ने पोस्ट में कहा, ‘‘जब आप आदिवासियों पर अत्याचार नहीं रोक सकते तो कम से कम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दें।’’
पिछले दिनों वायरल हुई थी पेशाब कांड़ की वीडियो
कांग्रेस नेता ने सीधी पेशाब कांड जैसे मामलों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश आदिवासी अत्याचार में ‘नंबर वन’ बन गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कार्यकर्ताओं को आदिवासियों पर अत्याचार करने का लाइसेंस दे दिया गया है. अनूपपुर जिले में मारपीट के कथित वीडियो में एक व्यक्ति सड़क किनारे लेटा हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि दो लोग उसे पीट रहे हैं.