Bihar Assembly Elections 2025 : पटना। कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बुधवार को यहां बैठक होगी, जिसमें पार्टी का शीर्ष नेतृत्व आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर मंत्रणा के साथ ही ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को घेरने के अभियान को घेरने की रणनीति पर चर्चा होगी। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बिहार में होने जा रही है।
खरगे, राहुल सहित भाग लेंगे ये बड़े नेता
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय सदाकत आश्रम में सुबह 10 बजे होने वाली इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, जयराम रमेश और कई अन्य नेता भाग लेंगे।यह विस्तारित कार्य समिति की बैठक होगी, जिसमें स्थायी आमंत्रित सदस्य और विशेष आमंत्रित सदस्य, पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, पार्टी की राज्य इकाइयों के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता भी भाग लेते हैं। इस बैठक में बिहार, पार्टी की चुनाव प्रचार से जुड़ी रणनीति, भविष्य के चुनावों और कथित ‘वोट चोरी’ पर ध्यान केंद्रित रहने की संभावना है।
सूत्रों का कहना है कि बैठक बिहार विधानसभा चुनाव से संबंधित दो प्रस्ताव पारित हो सकते हैं जिनमें ‘वोट चोरी’ का भी उल्लेख होगा। यह बैठक महागठबंधन के सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत के बीच और कथित ‘वोट चोरी’ के खिलाफ राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ और मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के बाद हो रही है। राहुल गांधी की यात्रा को कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने और चुनाव की तैयारियों से संदर्भ में सफल माना जा रहा है।
कांग्रेस बिहार में ‘आजादी की दूसरी लड़ाई’ लड़ रही है : कृष्णा अल्लावरू
बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस बिहार में ‘आजादी की दूसरी लड़ाई’ लड़ रही है, यही कारण है कि राज्य में बैठक निर्धारित की गई है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा था कि ‘इंडिया’ गठबंधन में सीट बंटवारे पर सकारात्मक बातचीत हो रही है। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश कुमार राम ने कार्य समिति की बैठक को एक ऐतिहासिक घटना बताया है और कहा है कि आजादी के बाद बिहार में पहली बार ऐसी बैठक हो रही है। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक क्षण है कि उस सदाकत आश्रम को सीडब्ल्यूसी बैठक की मेजबानी करने का मौका मिल रहा है, जहां कभी महात्मा गांधी, राजेंद्र प्रसाद और जवाहरलाल नेहरू जैसे लोगों ने विचार-विमर्श किया था।’