नई दिल्ली। कांग्रेस ने भारत और कनाडा के बीच गहराए कूटनीतिक विवाद के बीच शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई समझौता नहीं होना चाहिए और सरकार को वहां रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि इस गंभीर संकट को हल करने के लिए गहन राजनयिक संपर्क स्थापित किया जाना चाहिए।
रमेश ने संवाददाताओं से कहा कि कनाडा में पढ़ने और काम करने वाले हजारों भारतीय छात्रों और पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। कांग्रेस इस बात को दोहराती है कि आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में कोई समझौता नहीं होना चाहिए, खासकर तब जब आतंकवाद से भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता को खतरा हो। कांग्रेस को उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच गहन राजनयिक जुड़ाव से भारत और कनाडा के बीच मौजूदा गंभीर संकट को हल करने में मदद मिलेगी।
इसी साल जून में खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट की संभावित संलिप्तता के कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद दोनों देशों के बीच यह विवाद उत्पन्न हुआ है। भारत ने मंगलवार को इन आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था और इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित किए जाने के बदले में कनाडा के एक वरिष्ठ राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। भारत ने बुधवार को और कड़ा रुख अपनाते हुए कनाडा में बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से समर्थित घृणा अपराधों और आपराधिक हिंसा को देखते हुए वहां रह रहे अपने नागरिकों और वहां की यात्रा का विचार कर रहे अपने नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने का परामर्श जारी किया।