भुवनेश्वर, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ओडिशा के कटक में 3 पुलिस थानों ने 19 वर्षीय एक कॉलेज छात्रा की शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया जिससे कथित तौर पर कई बार सामूहिक दुष्कर्म किया गया. कटक-बाराबती से कांग्रेस विधायक सोफिया फिरदौस ने महिला को शिकायत दर्ज कराने के लिए एक थाने से दूसरे थाने के कथित तौर पर चक्कर कटवाने के लिए पुलिस की भूमिका की जांच करने की मांग की है. उन्होंने दावा किया कि पीड़िता पुरी घाट थाना गई, फिर सदर थाना और बारंग थाने गई और आखिरकार बादामबाड़ी थाने में उसकी प्राथमिकी दर्ज की गई.
प्रेमी सहित 6 आरोपियों की गिरफ्तारी
अधिकारियों ने बताया कि छात्रा से कई बार सामूहिक दुष्कर्म करने और इस कृत्य का वीडियो बनाने को लेकर पीड़िता के प्रेमी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
क्या है पूरा मामला ?
लड़की ने दावा किया कि वह अपना जन्मदिन मनाने के लिए दशहरा पर्व के दौरान अपने प्रेमी के साथ पुरी घाट थाना इलाके में एक कैफे में गई थी. उसने कहा कि प्रेमी ने वहां कथित तौर पर कैफे मालिक की मदद से अपने फोन में उनके कुछ अंतरंग क्षणों का वीडियो बना लिया. पुलिस ने दर्ज मामले के आधार पर बताया कि उस वीडियो के सहारे प्रेमी और उसके दोस्तों ने लड़की को ब्लैकमेल किया और कई बार उससे दुष्कर्म किया. इसने कहा कि इस संबंध में शिकायत 4 नवंबर को दर्ज की गई और आरोपियों को अगले 2 दिन में गिरफ्तार कर लिया गया.
कटक में 3 थानों ने शिकायत दर्ज करने से किया इनकार
फिरदौस ने इस घटना को लेकर शनिवार को पुलिस महानिदेशक वाई बी खुरानिया से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस विधायक ने पत्रकारों से कहा, ”जब पीड़िता आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने गई तो कटक में 3 थानों ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया. मैंने पुलिस महानिदेशक से यह जांच करने का अनुरोध किया है कि प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की गई. उन्होंने कहा, ”प्राथमिकी दर्ज करने में देरी चिंताजनक है और यह कानून प्रवर्तन एजेंसियों की जवाबदेही के बारे में गंभीर चिंता पैदा करती है खासतौर से जब महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बात हो.”
कांग्रेस विधायक ने पीड़िता की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
फिरदौस ने दावा किया कि पीड़िता से अभी संपर्क नहीं हो पाया है. उन्होंने पीड़िता की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि घनी आबादी वाले कटक में इस तरह की घटनाएं पहले कभी नहीं हुई हैं. उन्होंने कहा, ”अगर अब इस शहर में ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो यह चिंता की बात है.”
कटक के पुलिस उपायुक्त ने कही ये बात
कटक के पुलिस उपायुक्त जगमोहन मीना ने कहा कि विधायक द्वारा लगाए आरोपों की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा, ”हमें मामला दर्ज न करने के आरोपों के बारे में सबसे पहले विधायक से पता चला है. पुलिस निश्चित तौर पर मामले की जांच करेगी. हालांकि, न तो पीड़िता और न ही उसके परिवार के किसी सदस्य ने ऐसा आरोप लगाया है. पीड़िता सुरक्षित है.”
कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने शुक्रवार को कहा था कि राज्य सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराधों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और ओडिशा को 2026 तक ऐसे अपराधों से मुक्त बनाने के प्रयास जारी हैं.