नई दिल्ली,कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चुनावी बॉण्ड योजना पर की गई ताजा टिप्पणी को लेकर सोमवार को उन पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि बॉण्ड से जुड़े जो आंकड़े सामने आए हैं उनसे भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार के ‘घोर भ्रष्टाचार’ का खुलासा हुआ है.पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि योजना को इस तरह से तैयार किया गया था कि इसका पता ही नहीं चल सके कि राजनीतिक दलों के पास धन कहां से आया और इसका इस्तेमाल कैसे किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने चुनावी बॉण्ड पर क्या कहा था ?
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को इस सुझाव को खारिज कर दिया कि चुनावी बॉण्ड के मुद्दे से उनकी सरकार को झटका लगा है.उन्होंने कहा कि कोई भी प्रणाली शत प्रतिशत सही नहीं है और किसी भी कमी को सुधारा जा सकता है.एक तमिल चैनल के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग इस मामले पर जश्न मना रहे हैं, उन्हें पछताना पड़ेगा.
”PM ने देश से एक बार फिर बहुत बड़ा झूठ बोला”
रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘हर दिन प्रधानमंत्री पाखंड की नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं और बेईमानी की और अधिक गहराई में उतरते जा रहे हैं.उन्होंने दावा किया, ‘एक तमिल टेलीविजन चैनल को दिए गए अपने ताज़ा साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ने देश से एक बार फिर बहुत बड़ा झूठ बोला है. उन्होंने कहा कि ‘फंड कहां से आया है, उसका इस्तेमाल कैसे किया जा रहा है यह सिर्फ़ उनके द्वारा शुरू की गई चुनावी बॉण्ड योजना के कारण ही पता चल रहा है.
”PM मोदी जनता से यह विवरण छिपाना चाहते थे ”
रमेश ने आरोप लगाया, ‘चुनावी बॉण्ड योजना को पूरी तरह से गुप्त रखने के लिए डिज़ाइन किया गया था.दूसरे शब्दों में, प्रधानमंत्री मोदी जनता से यह विवरण छिपाना चाहते थे कि राजनीतिक दलों के पास धन कहां से आया है,और उनका इस्तेमाल कैसे किया जा रहा है.
”पार्टी और सरकार के घोर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है”
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अदालत में आख़िरी दिन तक मोदी सरकार ने इस योजना की गोपनीयता का बचाव करने की कोशिश की.उन्होंने कहा, ‘जहां तक प्रधानमंत्री के इस सवाल की बात है कि ‘मैंने ऐसा क्या किया है, जिसे मुझे झटका लगा?’…. तो मोदी जी, आंकड़ों से आपकी पार्टी और सरकार के घोर भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है.’
जयराम रमेश ने किया बड़ा दावा
रमेश ने दावा किया, ‘मोदी सरकार का भ्रष्टाचार तो काफ़ी समय से जगजाहिर है.उसके लिए झटका यह है कि इसे साबित करने के लिए अब तथ्य और आंकड़े मौजूद हैं.दुर्भाग्य से, हम यह उम्मीद कर सकते हैं कि प्रधानमंत्री इसे छुपाने के लिए देश के लोगों से झूठ बोलने का अपना फुलटाइम काम जारी रखेंगे.’