जयपुर। जयपुर में मारपीट की घटना को लेकर वकील सड़कों पर उतर आए है। आरोप है कि आदर्श नगर पुलिस ने एडवोकेट देवेंद्र मीणा को एक मामले में वांछित आरोपी बताते हुए उनके साथ बर्बरता की। इस घटना से आक्रोशित वकीलों ने कलेक्ट्रेट के बाहर मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
करीब तीन घंटे तक चले इस विरोध के दौरान वकीलों ने सड़क पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया, जिससे शहर का यातायात ठप हो गया। हालात को नियंत्रित करने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी। अंततः पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद वकीलों ने जाम हटाया। इसके बाद कलेक्ट्रेट सर्कल और आसपास के क्षेत्रों में यातायात सामान्य हो सका। शहर में अब शांति है, लेकिन वकीलों ने चेतावनी दी है कि अगर आरोपित पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
मारपीट के आरोप के बाद पांच पुलिसकर्मी निलंबितआदर्श नगर थाने में एडवोकेट देवेंद्र मीणा के साथ कथित मारपीट मामले में पुलिस प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। बार काउंसिल अध्यक्ष संदीप लुहाड़िया ने बताया कि पुलिस ने एडवोकेट देवेंद्र मीणा को एक मामले में वांछित आरोपी दिखाकर अवैध रूप से थाने में बंद कर रखा था। न्यायालय में पेश करने से पहले उनके साथ बर्बरता की गई, जिससे उनके दोनों पैरों में गंभीर चोटें आईं और फ्रैक्चर की आशंका जताई जा रही है।
घटना के विरोध में सैकड़ों वकील जयपुर कलेक्टर सर्कल पहुंचे और सड़क पर जाम लगाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस अधिकारियों को मौके पर पहुंचना पड़ा। वकीलों के प्रतिनिधिमंडल ने बाद में जयपुर कमिश्नरेट में अधिकारियों से मुलाकात की। एडिशनल कमिश्नर राजीव प्रचार ने बातचीत के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने न केवल पांच पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया, बल्कि परिवादी परिवार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर जांच एडिशनल एसपी स्तर से कराने के आदेश दिए।




