श्रीनगर, कश्मीर में मंगलवार को शीतलहर और तेज हो गई और मौसम विभाग ने अगले सप्ताह घाटी में हल्की से मध्यम बर्फबारी का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. IMD ने बताया कि उत्तरी कश्मीर में ‘स्कीइंग’ के लिए मशहूर पर्यटक स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 11.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछली रात से डेढ़ डिग्री कम है.
#WATCH रामबन, जम्मू-कश्मीर: पर्यटक नए साल का जश्न मनाने के लिए पटनीटॉप में इकट्ठा हुए। pic.twitter.com/MiK58yprgu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 31, 2024
कहां कितना दर्ज हुआ तापमान ?
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण कश्मीर में वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आधार शिविर पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 8.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह शून्य से 9.2 डिग्री सेल्सियस नीचे था. श्रीनगर में रात के समय तापमान शून्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जो पिछली रात से दो डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं कश्मीर के प्रवेश द्वार काजीगुंड और पंपोर शहर के कोनीबल में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया.
कुपवाड़ा में जमाव बिंदु से ऊपर रहा पारा
उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि दक्षिणी कश्मीर के कोकेरनाग में न्यूनतम तापमान शून्य से 5.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा. घाटी में कुपवाड़ा एकमात्र ऐसा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु से ऊपर रहा.
#WATCH जम्मू-कश्मीर: डोडा में ताजा बर्फबारी हुई, पर्यटक बर्फबारी का आनंद ले रहे हैं। pic.twitter.com/htS3XNguyp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 31, 2024
नये साल में कैसा रहेगा मौसम ?
मौसम विभाग ने नए साल के पहले दिन हल्की बर्फबारी और अगले सप्ताह मध्यम बर्फबारी का अनुमान जताया है. विभाग ने कहा, ‘‘1 और 2 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के यहां से गुजरने के कारण कुछ स्थानों पर हल्की बर्फबारी के आसार हैं. 3 से 6 जनवरी तक इसके प्रभाव के कारण मध्यम से भारी बर्फबारी हो सकती है, जबकि 4 से 6 जनवरी को विभिन्न स्थानों में भारी बर्फबारी के आसार हैं.
#WATCH श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर): बर्फबारी के बाद कश्मीर घाटी में शीतलहर जारी है। pic.twitter.com/DQQXzWpANr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 31, 2024
चिल्ला-ए-कलां की चपेट में कश्मीर घाटी
वर्तमान में कश्मीर घाटी चिल्ला-ए-कलां (सर्वाधिक ठंड की अवधि) की चपेट में है. इसे सर्दियों का सबसे कठिन समय माना जाता है, जो 21 दिसंबर से शुरू हुआ था. ‘चिल्ला-ए-कलां’ की 40 दिनों की अवधि के दौरान सबसे अधिक बर्फबारी होती है. ‘चिल्ला-ए-कलां’ अगले साल 30 जनवरी को खत्म हो जाएगा, लेकिन शीतलहर जारी रहेगी. 40 दिनों के बाद 20 दिवसीय ‘चिल्ला-ए-खुर्द’ और 10 दिन का ‘चिल्ला-ए-बच्चा’ भी होगा जब घाटी में ठंड में धीरे-धीरे कमी आएगी.
यह खबर भी पढ़ें: Stock Market Today: साल के अंतिम दिन शेयर बाजारों में गिरावट