जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने मिशन-2030 के बारे में लोगों से संवाद के लिए बुधवार से जिलों का दौरा शुरू करेंगे। इसके तहत वह पहली बैठक जयपुर में बिड़ला सभागार में करेंगे। गहलोत की यात्राओं का यह 9 दिवसीय कार्यक्रम राज्य में आदर्श आचार संहिता से पहले होने जा रहा है। राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री गहलोत बुधवार दोपहर 12 बजे बिड़ला सभागार में जौहरियों, रत्न व्यापारियों, ज्योतिषियों और कारीगरों से संवाद करेंगे। कार्यक्रम के अनुसार, इसके बाद वह हेलिकॉप्टर से जयपुर के चौमूं कस्बे के लिए रवाना होंगे और वहां बागवानों से संवाद करेंगे। शाम को जयपुर लौटने से पहले गहलोत सीकर में खाटू श्याम मंदिर और चूरू में सालासर बालाजी मंदिर जाएंगे। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इससे पहले पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग के लिए पूर्वी राजस्थान में 5 दिवसीय यात्रा निकालने की योजना बनाई थी। हालांकि, पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस प्रस्तावित यात्रा को स्थगित कर दिया है जो अब आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद निकाली जाएगी।
अब राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने से पहले मिशन 2030 के लिए मुख्यमंत्री के जिलों के दौरे की योजना बनाई गई है। यह कार्यक्रम राज्य के उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों को कवर करेगा। इसमें टाउन हॉल बैठकें, युवा संवाद, महिला सम्मेलन, सार्वजनिक कार्यक्रम शामिल हैं। गहलोत इस दौरान इलाके के कई प्रमुख धार्मिक स्थलों में भी जाएंगे। जानकारी के अनुसार, गहलोत की इन यात्राओं और संवाद का उद्देश्य जनता से जुड़ना, मिशन-2030 के दृष्टिकोण का प्रसार करना और लोगों की राय जानना है।
मिशन-2030 मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का विचार है जिसके तहत 2030 तक राजस्थान को अग्रणी और मॉडल राज्य बनाने के लिए लोगों से सुझाव मांगे गए हैं। सरकार इसके लिए ऐप सहित विभिन्न माध्यमों से सुझाव जुटा रही है। अब तक 45 लाख से अधिक नागरिकों ने 74 लाख से अधिक सुझाव दिए हैं। इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए गहलोत अब अगले 9 दिनों तक विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे और लोगों से संवाद करेंगे। गहलोत का जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ का दौरा करने का कार्यक्रम है।