Himachal Cloudburst: हिमाचल प्रदेश में मॉनसून कहर बनकर बरस रहा है. बाढ़, भूस्खलन की घटनाओं में 75 लोगों की मौत हो चुकी है. 115 लोग घायल हैं. चंबा और मंडी जिले में बादल फटने से 5 पुल बह गए हैं. चंबा में कंघेला नाले पर बना पुल बह गया. वहीं, मंडी जिले में भी पुल बहने की घटनाएं सामने आई है. जहां चौहार घाटी में एक वाहन-यातायात और 3 पैदल पुल बह गए. कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों में रविवार को भी कुछ स्थानों पर अत्यधिक बारिश की चेतावनी के मद्देनजर जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
#WATCH | हिमाचल प्रदेश: मंडी का थुनाग बाजार हाल ही में आई बाढ़ और बादल फटने से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वीडियो ड्रोन से ली गई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 6, 2025
(सोर्स: राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष) pic.twitter.com/Da5IxYmsZi
मॉनसून के आगमन से अब तक 74 लोगों की मौत
राज्य में 20 जून को मॉनसून के आगमन के बाद से अब तक 75 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से 47 मौत बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन जैसी वर्षा जनित घटनाओं में हुई हैं. अब तक 115 लोग घायल हुए हैं. राज्य आपातकालीन अभियान केंद्र (SEOC) के अनुसार, अब तक लगभग 566 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है. हालांकि, मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा है कि वास्तविक नुकसान करीब 700 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है क्योंकि आंकड़े अभी एकत्र किए जा रहे हैं.
तीन जिलों में बारिश का रेड अलर्ट
स्थानीय मौसम केंद्र ने रविवार को कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिलों में अत्यधिक बारिश के पूर्वानुमान के चलते रेड अलर्ट जारी किया है. जनजातीय जिलों किन्नौर और लाहौल एवं स्पीति को छोड़कर 7 अन्य जिलों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. राज्य के कई हिस्सों में शनिवार शाम से बारिश जारी है. नागरोटा सूरियां में 102.4 मिमी, ऊना में 67.2 मिमी, गुलर में 62.4 मिमी, धर्मशाला में 61.1 मिमी और मंडी में 21.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई.
अगले 24 घंटों में बाढ़ की चेतावनी
मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में अगले 24 घंटों के दौरान मध्यम से उच्च स्तर की बाढ़ आने की चेतावनी दी है. साथ ही, भूस्खलन, जलभराव, नाजुक संरचनाओं, फसलों और आवश्यक सेवाओं को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है. लोगों को जल स्रोतों और संवेदनशील इलाकों से दूर रहने की सलाह दी गई है.
इस बीच, मंडी जिले में लापता 31 लोगों की तलाश जारी है. मंगलवार को बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन की 10 घटनाओं में यहां सबसे अधिक तबाही हुई थी. अधिकारियों ने बताया कि अब तक 14 शव बरामद किए जा चुके हैं और तलाश अभियान में खोजी कुत्तों व आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है. एसईओसी के अनुसार, राज्य में 258 ट्रांसफॉर्मर और 278 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं.