Bihar Chunav 2025 : देवास/ इंदौर। बिहार के चुनावी नतीजों से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को कहा कि जिस वक्त बिहार में विधानसभा चुनाव चल रहा था, तब गांधी मशहूर पर्यटन स्थल पचमढ़ी में छुट्टी मना रहे थे। बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में छह और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान हुआ था और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस के जिलाध्यक्षों के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करने मध्यप्रदेश के पचमढ़ी पहुंचे गांधी ने नौ नवंबर को जंगल सफारी की थी।
कांग्रेस ने किसानों का कभी भला नहीं किया : मोहन यादव
मुख्यमंत्री यादव ने देवास में एक समारोह के दौरान कहा,‘‘कांग्रेस के लोग और उनके नेता (राहुल गांधी) एक जैसे हैं। बिहार में चुनाव चल रहा था और वह (राहुल गांधी) सब छोड़कर पचमढ़ी में छुट्टी मना रहे थे। उनकी समझ ऐसी ही है। वह आलू से सोना बनाते हैं। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने किसानों का कभी भला नहीं किया। यादव ने कहा,अ कांग्रेस नेता खुद की दुनिया में डूबे रहते हैं। वे हवा में रहते हैं, मैदान में नहीं आते। वे केवल सोशल मीडिया के खाते चला-चलाकर खुश हो जाते हैं। इसलिए वे 20 साल से सूबे की सत्ता से बाहर हैं। अगर उनके यही हाल रहे, तो वे अगले 50 साल तक भी सत्ता से बाहर रहने वाले हैं।
VIDEO | Madhya Pradesh: Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi visits Panarpani in the Satpura Tiger Reserve for a jungle safari.#RahulGandhi #SatpuraTigerReserve #Pachmarhi
— Press Trust of India (@PTI_News) November 9, 2025
(Full video available on PTI Videos – ) pic.twitter.com/h6zrcWB4Qt
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने राज्य के 1.33 लाख किसानों के खातों में सोयाबीन भावांतर योजना की 233 करोड़ रुपये की राशि भेजी और कहा कि राज्य सरकार अन्नदाताओं को उनकी उपज का सही मोल दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। यादव ने देवास के पुलिस ग्राउंड में आयोजित भव्य समारोह के दौरान सांकेतिक रूप से रिमोट का बटन दबाकर यह राशि अंतरित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की ‘सोयाबीन प्रदेश’ की पहचान किसानों की मेहनत से बनी है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार और राज्य सरकार की भावना है कि किसानों को उनकी फसलों का सही दाम मिलना चाहिए। इसलिए हमने देश भर में पहली बार किसानों के लिए भावांतर योजना पेश की है।
अधिकारियों ने बताया कि मंडियों में व्यापारियों द्वारा किसानों के सोयाबीन की खरीद केंद्र के घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमतों पर किए जाने की स्थिति में इस योजना के तहत किसानों को राज्य सरकार के खजाने से दोनों मूल्यों के अंतर का भुगतान किया जा रहा है। मुख्यमंत्री यादव ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए यह भी कहा कि प्रमुख विपक्षी दल के नेताओं को सोयाबीन भावांतर योजना और लाड़ली बहना योजना के लाभार्थियों को सरकारी खजाने से दी जा रही मदद हजम नहीं हो रही है और वे राज्य सरकार से अनर्गल सवाल पूछ रहे हैं। यादव ने समारोह के दौरान देवास में 180 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत वाले विकास कार्यों की नींव भी रखी।




