IPS Puran Kumar Case : चंडीगढ़। चंडीगढ़ पुलिस ने हरियाणा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी वाई. पूरण कुमार की ‘आत्महत्या’ के मामले की समयबद्ध तरीके से ‘‘त्वरित, निष्पक्ष और गहन जांच’’ के लिए शुक्रवार को छह सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया।
पूरण कुमार ‘आत्महत्या’ मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित
एसआईटी का नेतृत्व चंडीगढ़ के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) पुष्पेंद्र कुमार करेंगे। एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक इस एसआईटी में चंडीगढ़ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कंवरदीप कौर, पुलिस अधीक्षक (नगर) केएम प्रियंका, पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) चरणजीत सिंह विर्क, उपमंडल पुलिस अधिकारी (दक्षिण) गुरजीत कौर और सेक्टर-11 पुलिस थाना के प्रभारी जयवीर राणा सदस्य होंगे।
पूरण कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी। उन्होंने एक ‘सुसाइड नोट’ छोड़ा था।आधिकारिक आदेश में कहा गया, ‘‘मामले में आरोपों की गंभीरता और संवेदनशीलता को देखते हुए… केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के आईजी की देखरेख में मामले की त्वरित, निष्पक्ष और गहन जांच करने के लिए निम्नलिखित सदस्यों वाली एक एसआईटी तत्काल प्रभाव से गठित की जाती है। इसमें कहा गया, ‘‘एसआईटी प्राथमिकी संख्या 156/2025 के सभी पहलुओं की समयबद्ध तरीके से जांच करेगी, जिसमें साक्ष्य संग्रह, गवाहों की जांच, विशेषज्ञों की राय लेना, कानूनी सलाह आदि शामिल है। (एसआईटी) जांच पूरी होने पर अंतिम रिपोर्ट तैयार करेगी।
चंडीगढ़ पुलिस ने बृहस्पतिवार देर शाम को मृतक पुलिस अधिकारी के ‘सुसाइड नोट’ के आधार पर आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी अधिनियम के कुछ प्रावधानों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की। पूरण कुमार ने अपने सुसाइड नोट में कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को नाम लिया था। उन्होंने विशेष रूप से हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया पर कथित रूप से उन्हें परेशान करने और बदनाम करने का आरोप लगाया था।