Monday, March 3, 2025
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Chamoli Glacier Burst: हिमस्खलन के बाद फंसे 4 मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, GPR सिस्टम की मदद से हो रही तलाश, अब तक 50 को निकाला जा चुका बाहर

Uttarakhand Avalanche: उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा हिमस्खलन स्थल पर फंसे 4 मजदूरों को निकालने के लिए तीसरे दिन भी बचाव अभियान जारी है। अब तक 50 मजदूरों को निकाला जा चुका है। तलाशी में GPR सिस्टम की मदद ली जा रही है, जिससे अभियान में तेजी आने की उम्मीद है।

Uttarakhand Avalanche: उत्तराखंड के चमोली जिले में माणा हिमस्खलन स्थल में कई फीट बर्फ में अब भी फंसे 4 मजदूरों को निकाले जाने के लिए रविवार को तीसरे दिन बचाव अभियान फिर शुरू कर दिया गया. चमोली के जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि मौसम साफ है और फंसे मजदूरों को निकाले जाने के लिए राहत एवं बचाव अभियान सुबह से फिर शुरू हो गया है.

तलाशी में GPR सिस्टम की ली जा रही मदद

उन्होंने बताया कि लापता मजदूरों की खोजबीन के लिए GPR सिस्टम भी आने वाला है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि इससे तलाशी अभियान में तेजी आएगी और लापता लोग आज खोज लिए जाएंगे. तिवारी ने बताया कि सेना की ओर से राहत कार्य के लिए एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी देहरादून पहुंच गया है और मौके पर आने वाला है. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) भी मौके पर है जबकि एनडीआरएफ के और जवान भी पहुंचने वाले हैं.

7 हेलीकॉप्टर लगे हैं बचाव कार्य में

जिलाधिकारी ने बताया कि इस समय राहत कार्य के लिए सेना की ओर से एक निजी हेलीकॉप्टर समेत 7 हेलीकॉप्टर राहत एवं बचाव में जुटे हैं. उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर के जरिए हादसे में घायल लोगों को माणा से वापस लाने का कार्य शुरू हो गया है.

54 में से 50 मजदूरों को निकाला जा चुका बाहर

बता दें कि करीब 3200 मीटर की उंचाई पर स्थित माणा गांव के पास शुक्रवार को हिमस्खलन होने से वहां रह रहे सीमा सड़क संगठन के 54 मजूदर बर्फ में फंस गए थे. मजदूरों की संख्या पहले 55 बताई जा रही थी लेकिन एक मजदूर के हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित अपने घर सुरक्षित पहुंच जाने की सूचना मिलने के बाद इस संख्या को संशोधित कर 54 कर दिया गया. इनमें से 50 को शनिवार तक बाहर निकाल लिया गया था जिनमें से 4 की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई.

मध्य कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता और उत्तर भारत के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डी.जी. मिश्रा भी बचाव अभियान की निगरानी करने के लिए हिमस्खलन स्थल पर पहुंच गए हैं.

Premanshu Chaturvedi
Premanshu Chaturvedihttp://jagoindiajago.news
समाचारों की दुनिया में सटीकता और निष्पक्षता के साथ नई कहानियों को प्रस्तुत करने वाला एक समर्पित लेखक। समाज को जागरूक और सूचित रखने के लिए प्रतिबद्ध।
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