K Kavitha Resigns : हैदराबाद। के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) से निलंबन के एक दिन बाद वरिष्ठ नेता के. कविता ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की और अपने चचेरे भाई एवं पूर्व मंत्री टी. हरीश राव पर निशाना साधा। पार्टी संस्थापक और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी कविता ने विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा देने की घोषणा की और संकेत दिया कि उनके पिता केसीआर पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का ‘दबाव’ था। उन्होंने हरीश राव पर केसीआर परिवार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया।
यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 47 वर्षीय पूर्व सांसद ने हरीश राव पर मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के साथ ‘‘गुप्त समझौता’’ का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, मैंने कभी किसी पद की आकांक्षा नहीं रखी। मैं (विधान परिषद) सभापति को अपना त्यागपत्र भेज रही हूं… मैं केसीआर को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा भेज रही हूं। कविता ने कहा कि उनके भाई और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव को हरीश राव की कथित साजिशों से ‘सावधान’ रहना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जब उनके खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण अभियान’ चलाया गया, तो उनके भाई ने उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि 2018 के विधानसभा चुनावों में हरीश राव ने पार्टी द्वारा प्रदान की गई धनराशि के अलावा 20-25 विधायकों को अतिरिक्त धनराशि दी।
कविता ने हरीश राव पर लगाये गंभीर आरोप
कविता ने कहा, ‘हरीश राव को इतना पैसा कैसे मिला? 100 प्रतिशत, यह पैसा कालेश्वरम परियोजना में हुए भ्रष्टाचार से आया था। उनका विचार था कि अगर नतीजे स्पष्ट नहीं होते हैं तो उनके पास अपने विधायक होने चाहिए।’ चर्चित फिल्म ‘बाहुबली’ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हरीश राव खुद को ‘कट्टप्पा’ बताते हुए केसीआर के प्रति वफादारी जताते हैं, लेकिन उन्हें विधायकों को अलग से धन क्यों देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि हरीश राव ने 2009 के विधानसभा चुनावों में सिरसिला निर्वाचन क्षेत्र में के. टी. रामाराव को हराने के लिए पैसे भेजे थे। कविता ने आरोप लगाया कि कालेश्वरम सिंचाई परियोजना में कथित अनियमितताओं को लेकर केसीआर के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच उनके चचेरे भाइयों हरीश राव और संतोष राव के भ्रष्टाचार के कारण हुई। उन्होंने कहा, ‘मैं रामू अन्ना (के टी रामाराव) से अनुरोध कर रही हूं। हरीश या संतोष आज आपके साथ अच्छा व्यवहार करने का दिखावा कर सकते हैं। लेकिन, वे हमारे शुभचिंतक नहीं हैं। वे तेलंगाना के लोगों या केसीआर के शुभचिंतक नहीं हैं। आप उन्हें दूर रखें और जन आंदोलन आयोजित करने के लिए बीआरएस के कार्यकर्ताओं को साथ लें। तब बीआरएस बचेगा और पिता (केसीआर) की प्रतिष्ठा धूमिल नहीं होगी।’
इस बीच, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने बुधवार को कविता द्वारा हरीश राव के साथ ‘‘गुप्त समझौता’’ संबंधी आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें ‘ऐसे गंदे लोगों के साथ उलझने की जरूरत नहीं है।’ रेड्डी ने कहा कि उन्हें ‘बीआरएस के पारिवारिक विवादों में नहीं घसीटा जाना चाहिए।’ इस बीच कविता ने दावा किया कि उनके कुछ कर्मचारियों को बीआरएस शासन के दौरान कथित अवैध फोन टैपिंग की जांच के सिलसिले में पुलिस से नोटिस मिले थे। पुलिस को शक है कि उनके फोन भी टैप किए गए थे। कविता ने आरोप लगाया कि उनके कर्मचारियों की फोन टैपिंग के पीछे हरीश राव का हाथ हो सकता है।
बीआरएस ने मंगलवार को कहा था कि पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर राव ने कविता को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का फैसला किया है, क्योंकि हाल के दिनों में उनका व्यवहार और उनकी ‘पार्टी विरोधी गतिविधियां’ पार्टी को नुकसान पहुंचा रही थीं। पिछली बीआरएस सरकार के दौरान निर्मित कालेश्वरम परियोजना में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की कांग्रेस सरकार की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कविता ने एक सितंबर को कहा था कि केसीआर के करीबी लोगों ने उनके नाम का इस्तेमाल कर कई तरह से लाभ उठाया और उन लोगों के ‘कुकर्मों’ के कारण केसीआर बदनाम हो रहे हैं।