लंदन। दुनिया के जाने-माने कारोबारी एलन मस्क ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई के तेजी से हो रहे विकास को लेकर गंभीर चेतावनी दी है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री पीएम ऋषि सुनक के साथ बाचचीत में मस्क ने एआई के जोखिमों पर बात की। इस दौरान भविष्य में इससे होने वाले इफेक्ट को लेकर भी बातें हुईं। एलन मस्क ने एआई जेनरेटेड फर्जी जानकारी को लेकर भी चिंता जताई। इस इंटरव्यू में क्या कुछ हुईं प्रमुख बातें जानते हैं यहां।
इतिहास की सबसे खतरनाक शक्ति : एलन मस्क ने कहा, एआई इतिहास की सबसे खतरनाक शक्ति साबित होगा और एआई के रूप में हमारे पास कुछ ऐसा होगा जो सबसे चतुर इंसान से भी अधिक स्मार्ट होगा। एक ऐसा समय आएगा जब नौकरी की जरूरत नहीं होगी।
एआई जादुई जिन्न की तरह : इंटरव्यू के दौरान, मस्क ने एआई की तुलना एक जादुई जिन्न से की, चेतावनी दी कि जादुई जिन्न वाली परियों की कहानियां जो इच्छाएं पूरी करती हैं लेकिन उनका रिजल्ट बहुत खराब होता है।
एआई के लिए रेफरी का होना जरूरी : मस्क ने कहा कि उभरती टेक्नोलॉजी पर कड़े नियमों का होना जरूरी है। इनसे असुविधा भले हो लेकिन इनसे चीजों को निष्पक्ष और सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार को रेफरी बनने पर जोर दिया।
चीन को बताया खास : मस्क ने एआई सुरक्षा चर्चाओं में चीन की भागीदारी के लिए समर्थन व्यक्त किया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बीजिंग का दृष्टिकोण ब्रिटेन और अमेरिका के दृष्टिकोण के अनुरूप होगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर चीन एआई सुरक्षा के साथ खड़ा नहीं होगा यह स्थिति विवादास्पद हो सकती है।
एआई समिट में भारत, चीन समेत 28 देशों के हस्ताक्षर
बता दें कि एआई समिट में भारत और चीन समेत 28 देशों ने एक अंतरराष्ट्रीय घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर भी किए हैं। यह सम्मेलन एआई पर केंद्रित था। इस सम्मेलन में सभी देशों ने एआई को लेकर चिंता जताई है कि यह इंसानों के अस्तित्व के लिए खतरा पैदा कर सकता है।