नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने विभिन्न समाचार चैनलों के 14 एंकर का बहिष्कार करने के विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ यानी ‘इंडिया’ के फैसले को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि मीडिया या किसी अन्य संस्थान से दूर रहने से उसे कोई फायदा नहीं होगा बल्कि वह राहुल गांधी का बहिष्कार करे तो पार्टी को फायदा हो सकता है क्योंकि उनके पास ताकत नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा कि भारत में ऐसी कोई संस्था नहीं है जिस पर इस विपक्षी गठबंधन ने हमला नहीं किया हो, चाहे वह निर्वाचन आयोग हो या अदालतें। उन्होंने कहा कि सभी संस्थाएं अपना काम बखूबी कर रही हैं। उन्होंने कहा अगर कोई ऐसा व्यक्ति है जिसे कांग्रेस को अपने फायदे के लिए बहिष्कार करना चाहिए तो उनका नाम राहुल गांधी है… आपके नेता के पास ताकत नहीं है। आप किन-किन लोगों का बहिष्कार करेंगे? अगर आपको बहिष्कार करना है और आगे बढ़ना है, तो अपने नेता का बहिष्कार करें।
पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस नेता मोहब्बत की बात करते हैं लेकिन नफरत बेचते हैं। भाजपा प्रवक्ता ने पूछा कि विपक्षी गठबंधन जिन पत्रकारों का बहिष्कार करेगा, क्या वे उसके निशाने पर हैं और क्या यह संकेत है कि उन पर आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर इन दलों के सदस्यों सहित कुछ लोग उन्हें निशाना बनाते हैं तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला द्वारा पाकिस्तान के साथ वार्ता की वकालत किए जाने को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए पात्रा ने कहा कि यह टिप्पणी कश्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षाकर्मियों की शहादत के तुरंत बाद आई है।
उन्होंने कांग्रेस नेता की निंदा करते हुए कहा कि सोज ने केंद्र सरकार से आतंकवादियों के दिमाग को समझने की कोशिश करने को कहा है। पात्रा ने सोज के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। पात्रा ने अभिव्यक्ति की पूर्ण स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने के लिए जवाहरलाल नेहरू द्वारा लाए गए पहले संशोधन, इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल और राजीव गांधी द्वारा प्रस्तावित मानहानि कानून का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस का मीडिया के पीछे पड़ने का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया, जबकि बिहार के मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता चंद्रशेखर ने रामचरितमानस को निशाना बनाया।
उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन द्वारा ऐसे नेताओं का बहिष्कार नहीं किया जाता है बल्कि उन पत्रकारों का बहिष्कार किया जाता है जो इन पार्टियों से उनके शासन वाले राज्यों में भ्रष्टाचार के बारे में सवाल करते हैं और जी20 और भारत के बारे में अच्छी बातें कहते हैं। पात्रा ने कहा नेता भगवान पर सवाल उठा सकते हैं लेकिन पत्रकार इन नेताओं पर सवाल नहीं उठा सकते।