मुंबई, महाराष्ट्र के अमरावती जिले में एक जनसभा में पहुंचीं भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद नवनीत राणा और उनके समर्थकों पर कथित तौर पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने शनिवार रात खल्लार गांव में हुई घटना के सिलसिले में 45 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और उनमें से 3 को हिरासत में लिया है.
पुलिस अधीक्षक ने बताई ये बात
अमरावती (ग्रामीण) पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने कहा, ‘‘राणा अपने समर्थकों के साथ रात करीब 10 बजे एक जनसभा में भाग लेने पहुंची थीं, तभी भीड़ में से कुछ लोगों ने कथित तौर पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और अभद्र इशारे किए. इसके बाद उनके समर्थकों की भीड़ में मौजूद आरोपियों के साथ झड़प हुई और भाजपा नेता तथा उनके साथियों पर कुर्सियां फेंकी गईं. उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
पुलिस ने इन धाराओं में किया मामला दर्ज
अधिकारी ने कहा कि घटना के बाद राणा ने पास के थाने में शिकायत दर्ज कराई. हमने दंगा, हत्या के प्रयास और भारतीय न्याय संहिता तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की अन्य संबंधित धाराओं के तहत शिकायत दर्ज की है. 5 लोगों को नामजद किया गया है, जबकि 40 अज्ञात हैं. तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है.”
हमले पर क्या बोलीं नवनीत राणा ?
नवनीत राणा ने बताया चुनावी रैली के दौरान कल कैसे हुई हिंसा, उन्होंने कहा-जब मैं खल्लार गांव में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रही थी तो धार्मिक नारे लगाए गए. मैंने उन्हें शांत करने की कोशिश की. मैंने अपना भाषण समाप्त कर दिया और महायुति उम्मीदवार का समर्थन करने आए दिव्यांग लोगों, महिलाओं और बच्चों से मिलने के लिए नीचे उतरी. उपद्रवी मेरे पास आए और फिर से धार्मिक नारे लगाने लगे और मुझे धमकी देने लगे. उन्होंने कुर्सियां उठानी शुरू कर दीं और हिंसक हो गए.. उन्होंने मुझे चोट पहुंचाने की भी कोशिश की लेकिन मैंने उन्हें शांत करने की कोशिश की. उनकी मानसिकता ऐसी है कि वे हिंदू मानसिकता वाले किसी भी व्यक्ति का विरोध करेंगे और ओवेसी और कांग्रेस की विचारधारा के अनुसार काम करेंगे.