हाथरस सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे। यह सत्संग सूरजपाल उर्फ ’भोले बाबा’ का था। हाथरस हादसे के बाद पहली बार बाबा सूरजपाल उर्फ ‘भोले बाबा’ सामने आया है। बाबा सूरजपाल ने कहा कि घटना के बाद से दुखी हूं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि हादसे के जिम्मेदार उपद्रवी छोड़े नहीं जाएंगे। भोले बाबा ने कहा कि प्रशासन पर भरोसा बनाए रखें। इस दुख की घड़ी में लड़ने की शक्ति दें।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में बाबा सूरजपाल ने कहा कि 2 जुलाई की घटना के बाद मैं बहुत दुखी हूं। भगवान हमें इस दर्द को सहने की शक्ति दें। कृपया सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें। बाबा सूरजपाल ने कहा कि मुझे विश्वास है कि जिसने भी अराजकता फैलाई है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहें और जीवन भर उनकी मदद करें। भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी।
मुख्य आरोपित दिल्ली से गिरफ्तार
वहीं दूसरी ओर हाथरस कांड के मुख्य आरोपित सेवादार देवप्रकाश मधुकर को पुलिस ने शुक्रवार रात दिल्ली से गिरफ्तार किया है। अलीगढ़ आइजी शलभ माथुर ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि देवप्रकाश को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।दूसरी ओर, सूरजपाल के वकील एपी सिंह ने दावा किया कि देवप्रकाश ने दिल्ली में पुलिस के सामने समर्पण किया है।
बता दें कि मधुकर कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था। मुकदमा दर्ज होने के बाद उस पर एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी। पुलिस की रडार पर 200 से अधिक मोबाइल नंबर थे। मामले में पुलिस मधुकर की गिरफ्तारी से पहले छह अन्य लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके अलावा, एसआईटी की जांच में डीएम और एसपी हाथरस से पूछताछ की गई है।