Bhim Army Chief: सहारनपुर पुलिस ने गुरुवार को छुटमलपुर निवासी और लोकसभा में नगीना संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसद चंद्रशेखर आज़ाद को हिंसा पीड़ितों के परिवारों से मिलने के लिए बरेली जाने से रोक दिया. सहारनपुर के अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सागर जैन के अनुसार, आज़ाद बुधवार देर रात छुटमलपुर के हरिजन कॉलोनी स्थित अपने आवास पर पहुंचे. पुलिस ने कथित तौर पर उनसे बरेली न जाने का अनुरोध किया.
चंद्रशेखर आजाद को किया हाउस अरेस्ट
सूत्रों ने बताया कि आज़ाद के आगमन की सूचना मिलने पर, उनके आवास के आसपास रात भर पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी तैनात कर दी गई और बैरिकेड्स लगाकर उन्हें घर के अंदर ही रहने को कहा गया. इससे पहले बुधवार को, सहारनपुर के सांसद इमरान मसूद और विधायक शाह नवाज़ खान को भी पुलिस ने उनके आवास पर रोक दिया था, जब वे बरेली जाने की योजना बना रहे थे.
आजाद ने सोशल मीडिया पर दी थी बरेली जाने की जानकारी
आज़ाद ने बुधवार रात सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि वह बरेली में पीड़ित परिवारों से मिलना चाहते हैं. इसके बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर चला गया. सरकार पर निशाना साधते हुए, आज़ाद ने सवाल किया कि अगर बरेली में कुछ भी गलत नहीं हुआ है, तो उन्हें क्यों रोका जा रहा है. उनके समर्थकों ने इस कदम पर निराशा व्यक्त की.
भीम आर्मी ने सामाजिक न्याय के संघर्ष को रोकने के प्रयासों की निंदा की
भीम आर्मी ने एक बयान में पीड़ितों की आवाज़ दबाने और सामाजिक न्याय के संघर्ष को रोकने के प्रयासों की निंदा की और कहा कि वे समाज के साथ मिलकर न्याय के लिए लड़ते रहेंगे. अपने पोस्ट में, आज़ाद ने लोकतंत्र का कथित तौर पर गला घोंटने के प्रयास के लिए अधिकारियों की आलोचना की और हाशिए पर पड़े समुदायों को न्याय दिलाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने पूछा कि अगर वहां मुस्लिम नागरिकों के साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है, तो राज्य सरकार उन्हें बरेली जाने से क्यों रोक रही है. बरेली में 26 सितंबर को ‘आई लव मोहम्मद’ घटना और हिंसा को लेकर हुए विवाद के बाद तनाव जारी है.
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