कोटा। बिग बॉस विनर और यूट्यूबर एल्विश यादव को शनिवार को कोटा पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान पकड़ा, लेकिन गिरफ्तार करने की बजाए छोड़ दिया। कोटा पुलिस ने बताया कि नोएडा पुलिस ने एल्विश के खिलाफ कोई वारंट नहीं होने की बात कही। इसके बाद उसे जाने दिया गया। रेव पार्टी में सांप के जहर का उपयोग लेने के मामले में एल्विश विवादों में हैं। उसके खिलाफ मुकदमा नोएडा में दर्ज हुआ। पुलिस इस पूरे प्रकरण की जांच कर रही है। इस बीच शनिवार को एल्विश को कोटा पुलिस ने नाकेबंदी के दौरान पकड़ा। रामगंजमंडी पुलिस उपाधीक्षक कैलाश चंद्र ने बताया कि नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव के खिलाफ कोई वारंट नहीं होने की बात कही।
पुलिस उपाधीक्षक कैलाश चंद्र ने बताया कि नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव के खिलाफ कोई वारंट नहीं होने की बात कही। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उसके खिलाफ कोई आपराधिक प्रकरण नहीं है। जो मामला उनके खिलाफ दर्ज हुआ है, उसमें वह 41 का नोटिस देकर पूछताछ कर लेंगे। नोएडा पुलिस से स्पष्टीकरण मिलने के बाद एल्विश और उनके साथ मौजूद सभी लोगों को पुलिस ने जाने दिया। इसके बाद वह कोटा होते हुए दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
चुनाव के दौरान चेकिंग में पकड़े गए
पुलिस उपाधीक्षक ने बताया कि इलेक्शन को लेकर सुकेत थाना पुलिस ने नेशनल हाईवे 52 पर टोल प्लाजा के नजदीक नाकेबंदी की हुई थी। इस दौरान शाम करीब 6 बजे झालावाड़ से कोटा की तरफ एक कार आई। कार में तीन से चार लोग सवार थे। कार महाराष्ट्र नंबर की थी। पुलिस ने गाड़ी को रुकवाया और कार सवार लोगों से पूछताछ की। पुलिस ने सबके नाम और पते पूछे। इस बीच एक व्यक्ति ने अपने आप को यूट्यूबर एल्विश यादव बताया। नाकेबंदी कर रहे पुलिस जवानों ने सुकेत थाना अधिकारी विष्णु सिंह को जानकारी दी। बाद में इसकी सूचना पुलिस के आलाधिकारियों को मिली।