जयपुर। कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया की तर्ज पर विधानसभा में बनाए गए कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान का शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फीता काटकर लोकार्पण किया। सीएम ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के बारे में जानकारी ली। इस दौरान विधायकों ने मुख्यमंत्री के साथ फोटो भी खिंचवाई। कार्यक्रम में मंच पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, जलदाय मंत्री महेश जोशी, वन मंत्री हेमाराम चौधरी, परिवहन मंत्री बृजेन्द्र ओला सहित मुख्य सचिव उषा शर्मा, यूडीएच और हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान गहलोत ने कहा कि मुझे खुशी है, आज राजस्थान में एक के बाद एक संस्थाएं खड़ी हो रही हैं। कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान में पक्ष और विपक्ष के बीच रिश्ते और मजबूत होंगे। यहां इंटरनेशनल लेवल के लोग आएंगे और राजस्थान के बारे में विचार करेंगे। इस दौरान सीएम गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राठौड़ साहब आप डराना बंद करो कि 65 प्रतिशत विधायक जीतकर वापस नहीं आ पाए। पिछली बार भी विधायकों के आवास के लोकार्पण के मौके पर आपने यही बात कही थी। कृपा करके बख्शो और सबको जीत कर आने दो। आप खुद 7-8 बार एमएलए, मंत्री बन गए। स्पीकर साहब का भी लंबा अनुभव है। कल्ला साहब हैं, महादेव सिंह खंडेला जी हैं, अमीन खान तो सदाबहार हैं। बहुत कम लोग हैं, जो काफी समय से चुनाव जीत रहे हैं। परसराम मदेरणा, मोहनलाल सुखाड़िया जैसे नेताओं की लंबी फेहरिस्त है, जो 7-8 बार जीत कर आए थे। तो आप लोग क्यों नहीं जीतकर आ सकते।
अनुभव साझा कर सकेंगे जनप्रतिनिधि
UDH मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान का लोकार्पण हो रहा है। आपस में विधायक यहां बैठें, चर्चा करें । पुराने सदस्य आपस में बैठें। पुराने सदस्य नए सदस्यों को अपने अनुभव बताएं। उन्होंने कहा कि गहलोत जैसा मुख्यमंत्री कोई और नहीं हुआ। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहा कि सबसे पहले मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देना चाहता हूं। क्योंकि, कोई भी कार्य शुरू करो, उसके लिए विभिन्न संसाधन नहीं मिलें, तब तक वह मूर्त रूप नहीं ले सकता। कांस्टीट्यूशन क्लब में आने वाले लोग उस जमाने में संविधान सभा में भाग लेते थे। राजस्थान में अब इस क्लब की नई अवधारणा रखी जा रही है। जब एक जनप्रतिनिधि चुनाव जीतकर तो विधानसभा सदस्य बन जाता है। लेकिन जो चुनाव नहीं जीत पाता तो वह पूर्व विधायक या एक्स एमएलए कहलाता है। हमने विधायकों के लिए निवास की व्यवस्था की। लेकिन जो चुनाव में जनप्रतिनिधि क्वालीफाइड नहीं कर पाए, उनके लिए कौन सा प्लेटफॉर्म हो। जिसमें बैठकर वह अपने अनुभव को साझा कर सकें। उनके साथ जो जीत कर विधायक आए हैं, उनके साथ बैठकर चर्चा कर सकें। उस अवधारणा को सरकार करने के लिए कांस्टीट्यूशन क्लब बनाया है।
आज का दिन सभी के लिए यादगार- राजेन्द्र राठौड़
वहीं नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि 15वीं विधानसभा इसलिए यादगार बनती जा रही है। क्योंकि, कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान का लोकार्पण हो रहा है। लेकिन अब तक जो चुनाव का इतिहास रहा है, उसमें 65 फीसदी साथी आगे विधानसभा में हमसे मिल नहीं पाते। इसलिए आज का दिन हम सबके लिए यादगार होगा। नई विधानसभा के बाद में और किस अंदाज में मिलेंगे, यह समय बताएगा।
19 माह में ही बनकर हुआ तैयार
मुख्यमंत्री गहलोत ने 2021-22 के बजट में कॉन्स्टीट्यूशन क्लब की घोषणा की थी। ताकि पक्ष व विपक्ष के विधायकों में सद्भाव की भावना बनी रहे। सीएम ने 9 फरवरी, 2022 को परियोजना के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। यह क्लब करीब 19 माह में बनकर तैयार हुआ है। कॉन्स्टीट्यूशन क्लब परियोजना में बेसमेंट, भूतल और पांच तलों का 1 लाख 95 हजार फीट निर्माण किया गया है।
अत्याधुनिक सुविधाएं से लैस है क्लब
राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से बनाया गया क्लब अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इस क्लब में रेस्टोरेन्ट, कॉफी हाउस, स्वीमिंग पूल, ऑडिटोरियम, मीटिंग एण्ड कॉन्फ्रेन्स हॉल, जिम, सैलून, बैडमिन्टन एण्ड टेनिस कोर्ट, बिलियडर्स, टेबल टेनिस सहित अतिथियों के लिए रूम्स भी हैं।