US Open 2025, Women’s Final: दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी आर्यना सबालेंका ने कुछ विषम पलों से गुजरने के बाद अमेरिका की अमांडा अनिसिमोवा को सीधे सेटों में हराकर लगातार दूसरी बार अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट में महिला एकल का खिताब जीता. सबालेंका जब खिताब से 2 अंक दूर थीं, तब उन्होंने एक ऐसा ओवरहेड स्मैश लगाया जो आसान शॉट होना चाहिए था लेकिन उन्होंने उसे नेट में उलझा दिया जिससे अनिसिमोवा को ब्रेक का मौका मिल गया.
ऑस्ट्रेलियाई और फ्रेंच ओपन में हार का लिया बदला
सबालेंका ने हालांकि अपना धैर्य बनाए रखा और आखिर में 6-3, 7-6 (3) से जीत दर्ज करके अपने करियर का चौथा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता. इस तरह से उन्होंने इस साल ऑस्ट्रेलियाई ओपन और फ्रेंच ओपन के फाइनल में अमेरिकी खिलाड़ियों से मिली हार की पीड़ा भी खत्म कर दी.
मैच के बाद सबालेंका ने कही ये बात
सबालेंका ने जीत हासिल करने के बाद कोर्ट पर अपना रैकेट गिरा दिया और मुस्कान बिखेर दी. उन पर भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा था क्योंकि एक बार उनके मन में संदेह पैदा हो गया था. उन्होंने मैच के बाद कहा, ‘मेरे मन में शक घर कर गया था लेकिन इसके बाद मैं पलटी और मैंने गहरी सांस ली. मैंने खुद से कहा कि चलो ठीक है ऐसा होता है. यह बीती बात है और अब अगले अंक पर ध्यान दो.’
सबालेंका ने बनाया ये रिकॉर्ड
सबालेंका पिछले 11 वर्षों में पहली महिला खिलाड़ी बन गई है जिन्होंने अमेरिकी ओपन में अपने खिताब का बचाव किया. उनसे पहले यह कारनामा सेरेना विलियम्स ने किया था. वह 2012 से लेकर 2014 तक लगातार 3 बार चैंपियन बनी थी.
अमांडा ने की सबालेंका की तारीफ
अमांडा को लगातार दूसरे ग्रैंड स्लैम के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. वह जुलाई में विंबलडन के फाइनल में इगा स्वियातेक से हार गई थी. उस मैच में वह एक भी गेम नहीं जीत पाई थी लेकिन शनिवार को यहां उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अवसरों का फायदा नहीं उठा पाई. अमेरिका की इस खिलाड़ी ने सबालेंका की तारीफ करते हुए कहा, ‘मैं वास्तव में उनकी बहुत प्रशंसा करती हूं. वह कड़ी मेहनत करती है और इसी लिए आज इस मुकाम पर हैं. मुझे भी मौके मिले थे लेकिन मैं उन्हें नहीं भुना सकी.’
सबालेंका ने अपनी चौथी ग्रैंड स्लैम ट्रॉफी जीती
बेलारूस की 27 वर्षीय सबालेंका ने अपनी चौथी ग्रैंड स्लैम ट्रॉफी जीती. उन्होंने अपने सभी खिताब हार्ड कोर्ट पर जीते हैं. इस जीत से वह 2006 में जस्टिन हेनिन के बाद एक सत्र में 3 प्रमुख फाइनल हारने वाली पहली महिला बनने से बच गईं. सबालेंका मेलबर्न पार्क में मैडिसन कीज़ से तथा रोलैंड-गैरोस में कोको गॉफ से हार गई थी. शनिवार को उनके दिमाग में इन हार की तस्वीर भी बनी हुई थी.
उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई ओपन के बाद, मैंने सोचा कि सही यही होगा कि इसे भूलकर आगे बढ़ जाऊं. लेकिन फिर फ्रेंच ओपन में भी यही हुआ. मैंने उन फाइनल को देखा और मैं हार का यह सिलसिला तोड़ने के लिए प्रतिबद्ध थी और मुझे खुशी है कि मैं इसमें सफल रही.’