नई दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी की एक अदालत ने आबकारी नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी की हिरासत गुरुवार को 1 अप्रैल तक बढ़ा दी.प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख केजरीवाल की 7 दिन की हिरासत का अनुरोध किया, लेकिन अदालत ने कहा कि उन्हें 1 अप्रैल को दिन में 11 बजे अदालत में पेश करना होगा.
ईडी ने केजरीवाल को राउज एवेन्यू अदालत की विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा के समक्ष पेश किया क्योंकि उनकी वर्तमान हिरासत गुरुवार को समाप्त हो रही थी.ईडी ने हिरासत के लिए नईअर्जी में कहा कि हिरासत में पूछताछ के दौरान 5 दिन तक मुख्यमंत्री के बयान दर्ज किए गए और वह जवाब देने में टालमटोल कर रहे थे.ईडी ने कहा कि हिरासत के दौरान 3 अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं.
केजरीवाल ने अपनी दलील में क्या कहा ?
केजरीवाल ने अपनी दलील में कहा,आबकारी नीति मामले में 4 गवाहों ने मेरा नाम लिया है.क्या किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करने के लिए 4 बयान पर्याप्त हैं? उन्होंने कहा कि देश के सामने आम आदमी पार्टी के भ्रष्ट होने की झूठी तस्वीर पेश की गई है और वह ED की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं.बता दें कि आप के राष्ट्रीय संयोजक को ईडी ने इस मामले में 21 मार्च को गिरफ्तार किया था और बाद में अदालत ने उन्हें 28 मार्च तक हिरासत में भेज दिया था.
”यह एक राजनीतिक साजिश है”
राष्ट्रीय राजधानी की एक अदालत में पेश किए जाने से कुछ समय पहले केजरीवाल से उपराज्यपाल वी. के सक्सेना के बयान के बारे में पूछा गया.मुख्यमंत्री ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘यह एक राजनीतिक साजिश है.जनता इसका जवाब देगी.’’ दरअसल आप नेताओं ने कई मौकों पर केजरीवाल के इस्तीफे से इनकार किया और जोर देकर कहा कि वह (केजरीवाल) जेल के अंदर से अपनी सरकार चलाएंगे, उपराज्यपाल सक्सेना ने बुधवार को कहा था, ”मैं दिल्ली के लोगों को आश्वस्त कर सकता हूं कि सरकार जेल से नहीं चलेगी।”