कोटा के बहुचर्चित रुद्राक्ष हत्याकांड के आरोपी अंकुर पाड़िया ने जयपुर जेल में मंगलवार को आत्महत्या कर ली.बता दें कि आरोपी ने कोटा के तलवंडी निवासी बैंक मैनेजर के 7 साल के बेटे का 9 अक्टूबर 2014 को अपहरण कर लिया था और 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी.लेकिन अगले ही दिन बच्चे का शव नहर से बरामद हुआ था.
1 माह पहले की जयपुर खुली जेल में किया था शिफ्ट
गौरतलब है कि अंकुर पाड़िया को 1 माह पहले ही बीकानेर खुली जेल से सांगानेर खुली जेल में शिफ्ट किया गया था.घटना की सूचना उसके साथ कमरे में रहने वाले सरवन कुमार लखारा ने पुलिस को दी.जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची,पुलिस ने बताया प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या ही लग रही है.
अंकुर पाड़िया लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन था जिसके चलते उसने इस वारदात को अंजाम दिया था.वारदात के बाद वह कई दिनों तक कोटा में छिपा रहा.इस दौरान उसने पुलिस को चकमा देने के कई हत्थकंडे अपनाएं.बाद में पुलिस ने उसे कानपुर से गिरफ्तार किया.पुलिस ने उसके भाई अनूप,साथी महावीर और करणजीत सिंह को भी गिरफ्तार किया था.
उम्रकैद की सजा काट रहा था अंकुर पाड़िया
अंकुर पाड़िया को फरवरी 2018 में कोटा की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी.बाद में हाईकोर्ट ने मार्च 2021 में दोषी की मौत की सजा को इस शर्त के साथ उम्रकैद में बदल दिया था कि वह 25 साल तक कारावास में रहेगा.