जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि राजस्थान में जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड का नाम अमृता देवी के नाम पर होगा। मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि राज्य सरकार अधिक शेरों को राज्य में लाने के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखेगी।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने राज्य वन्यजीव मंडल की 14वीं बैठक में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि अमृता देवी का बलिदान सभी को पर्यावरण संरक्षण की प्रेरणा देता है। राजस्थान के जोधपुर शहर से 28 किलोमीटर दूर खेजड़ली में वर्षों पहले हरे वृक्ष खेजड़ी के लिए अमृता देवी के आह्वान पर 363 लोगों ने खुद को बलिदान कर दिया था और समूचे विश्व को प्रकृति और पर्यावरण बचाने की प्रेरणा दी थी।
गहलोत ने कहा राजस्थान में वन एवं वन्यजीव संरक्षण को लेकर सराहनीय फैसले लिए जा रहे हैं। राज्य सरकार की नीतियों से आज प्रदेश में बाघों की संख्या 100 से अधिक हो चुकी है। हमारे प्रयासों से राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा 2022 में जारी की गई समीक्षा रिपोर्ट में रणथम्भौर एवं सरिस्का टाइगर रिजर्व की रेटिंग बेहतर हुई है। राज्य के कुल 29 कंजर्वेशन रिजर्व में से 16 वर्तमान सरकार के कार्यकाल में बनाए गए हैं।