कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि उनके कामकाज का तरीका कार्यवाहक ‘प्रधानमंत्री’ जैसा है। बनर्जी ने बाढ़ और भूस्खलन प्रभावित उत्तर बंगाल के दौरे से लौटने के बाद कोलकाता हवाई अड्डे के बाहर संवाददाताओं से कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह करना चाहती हैं कि वह शाह पर बहुत अधिक भरोसा न करें, जो एक दिन उनके मीर जाफर बन सकते हैं। वह बंगाल के 18वीं सदी के सेनापति मीर जाफर का संदर्भ दे रही थी जिसने ऐतिहासिक प्लासी के युद्ध में नवाब सिराजुद्दौला को धोखा दिया था और अंग्रेजों के साथ मिल गया था। बाद में वह अंग्रेजों की मदद से बंगाल का शासक बना।
चुनाव आयोग के कामकाज में हस्तक्षेप का आरोप लगाया
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं पर चुनाव वाले राज्यों में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए चुनाव आयोग के कामकाज में हस्तक्षेप का आरोप लगाया। बनर्जी ने कहा, उनके (भाजपा के)एक नेता बैठक करते हैं और यहां आकर कहते हैं कि वह बंगाल की मतदाता सूची से कई लाख नाम हटा देंगे।
मुझे बताइए, हम इस समय प्राकृतिक आपदाओं, भारी बारिश, त्योहारों आदि से जूझ रहे हैं। क्या मौजूदा परिस्थितियों में एसआईआर प्रक्रिया एक पखवाड़े के भीतर पूरी हो सकती है और क्या उस अवधि में नए नाम अपलोड किए जा सकते हैं? उन्होंने सवाल किया कि क्या चुनाव आयोग को भाजपा पार्टी के इशारे पर काम करना चाहिए या उसे लोगों के लोकतांत्रिक और नागरिक अधिकारों के हित में काम करना चाहिए?
तृणमूल अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘यह सब अमित शाह द्वारा खेला गया खेल है। वह ऐसे व्यवहार कर रहे हैं जैसे वह इस देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री हों। लेकिन मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि प्रधानमंत्री को सब कुछ पता है। उन्होंने कहा, हम प्रधानमंत्री से अनुरोध कर सकते हैं कि अमित शाह पर हमेशा भरोसा न करें। एक दिन वह आपके सबसे बड़े मीर जाफर साबित होंगे। आपके पास समय है, सतर्क रहें क्योंकि सुबह ही दिन दिखाती है। बनर्जी ने भाजपा पर इस देश को नष्ट करने’’ का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि वह हमेशा सत्ता में नहीं रहेगी। उन्होंने कहा, मैंने अपने जीवन में कई सरकारें देखी हैं, लेकिन इस तरह का अहंकारी और तानाशाही शासन मुझे कभी नहीं दिखा।