Amarnath Yatra Suspend: कश्मीर घाटी में पिछले 36 घंटे से हो रही भारी बारिश के कारण गुरुवार को अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई. मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में और भारी बारिश होने की चेतावनी दी है. यात्रा स्थगित करने का कदम गांदरबल जिले में बालटाल मार्ग पर भूस्खलन में एक महिला श्रद्धालु की मौत और 3 अन्य के घायल होने की घटना के एक दिन बाद उठाया गया है.
कश्मीर के संभागीय आयुक्त ने कही ये बात
कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी ने कहा, ’17 जुलाई 2025 को पहलगाम और बालटाल दोनों आधार शिविरों से श्री अमरनाथजी यात्रा स्थगित कर दी गई है. पिछले 2 दिन से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण दोनों मार्गों पर मरम्मत कार्य करना आवश्यक हो गया है. उन्होंने कहा, ‘हालांकि, कल रात पंजतरणी आधार शिविर में रुके श्रद्धालुओं को सीमा सड़क संगठन (BRO) और बचाव दलों की तैनाती के बीच बालटाल जाने की अनुमति दी जा रही है.’
‘मरम्मत कार्य में बड़ी संख्या में श्रमिक और मशीनों को लगाया’
बिधूड़ी ने कहा कि BRO ने काम पूरा करने के लिए भारी संख्या में श्रमिकों और मशीनों की तैनाती की है ताकि बालटाल और पहलगाम दोनों आधार शिविरों से यात्रा फिर से शुरू की जा सके. उन्होंने कहा, अगर मौसम ठीक रहा तो पूरी उम्मीद है कि यात्रा कल (शुक्रवार) फिर से शुरू हो जाएगी.’
मौसम विभाग ने जारी की भारी बारिश की चेतावनी
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि 2 दिन के मौसम परामर्श में जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, जिसमें कश्मीर के यात्रा मार्ग भी शामिल हैं.
इस साल यह पहली बार है जब जम्मू से यात्रा स्थगित की गई है. 3 जुलाई को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 2.35 लाख से अधिक तीर्थयात्री 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं.
अब तक 4 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने कराया रजिस्ट्रेशन
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा 2 जुलाई को पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाए जाने के बाद से अब तक कुल 1,01,553 श्रद्धालु जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हुए हैं. अब तक 4 लाख से अधिक लोगों ने अमरनाथ यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया है. पिछले साल 5.10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने अमरनाथ मंदिर में दर्शन किए थे. इस साल तीर्थयात्रा का समापन 9 अगस्त को होगा.