भारतीय पहलवान अमन सहरावत ने मेन्स फ्रीस्टाइल 57 किलो भारवर्ग में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। इसी के साथ पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को छठा मेडल मिल गया है। अमन ने 9 अगस्त को खेले गए ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराया। अमन ओलंपिक में मेडल जीतने वाले सातवें भारतीय रेसलर बन गए हैं।
अमन ने क्वार्टर फाइनल में अल्बेनिया के जेलिमखान अबाकारोव को टेक्निकल सुपीरियरिटी के आधार पर 12-0 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था। एशियाई चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता और ओलंपिक के लिए क्वालिफाई करने वाले देश के एकमात्र पुरुष पहलवान अमन ने क्वार्टर फाइनल में अबाकारोव पर आसानी से जीत हासिल की। पहले राउंड में अबाकारोव की ‘पैसिविटी’ (निष्क्रियता) के कारण एक अंक और फिर ‘टेक डाउन’ से दो अंक हासिल किए।
दूसरे राउंड में भी पूर्व विश्व चैम्पियन अबाकारोव का यही हाल रहा जिसके बाद भारत के 21 वर्षीय युवा पहलवान ने फितले बांधने की कोशिश की और कामयाब भी हुए। इस तरह उन्होंने आठ अंक जुटाए और तकनीकी श्रेष्ठता से जीत गए। अबाकारोव ने अंत में दो अंक को चुनौती दी, लेकिन यह नामंजूर हुई और अमन को एक और अंक मिला। इससे पहले अमन उत्तर मैसेडोनिया के प्रतिद्वंद्वी व्लादिमीर इगोरोव के खिलाफ प्रभावशाली प्रदर्शन के बूते क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। मुकाबले के दौरान अमन काफी फुर्तीले दिखे और उन्होंने अपना डिफेंस बरकरार रखते हुए पूर्व यूरोपीय चैम्पियन पर तकनीकी दक्षता के आधार पर 10-0 से जीत हासिल की।
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने 6 मेडल जीते हैं, जिसमें पांच ब्रॉन्ज और एक सिल्वर है। सबसे पहले मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज दिलाया। फिर दूसरा ब्रॉन्ज भी मनु भाकर ने मिक्स्ड टीम इवेंट में दिलाया। उनके साथ सरबजोत सिंह भी टीम में थे। तीसरा ब्रॉन्ज मेडल स्वप्निल कुसाले ने शूटिंग की मेन्स 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में दिलाया। फिर हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज और नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। अब अमन ने पेरिस में भारत का तिरंगा लहराया है।
अमन सहरावत ने रचा इतिहास
अमन देश के सबसे युवा ओलंपिक मेडलिस्ट बने हैं। उन्होंने 21 साल 24 दिन की उम्र में ब्रॉन्ज जीता। उनसे पहले यह रिकॉर्ड पीवी सिंधु के नाम था, जिन्होंने 21 साल एक महीने 14 दिन की उम्र में रियो ओलंपिक का सिल्वर पर कब्जा किया था।
पहला रिकॉर्ड– रेसलिंग का पहला मेडल दिलाया
पेरिस ओलिंपिक 2024 में रेसलिंग में भारत को पहला मेडल दिलाया है। इससे पहले विनेश फोगाट फाइनल तक पहुंच चुकी हैं, लेकिन अयोग्य घोषित होने के कारण उन्हें अब तक मेडल नहीं मिला।
दूसरा रिकॉर्ड– लगातार 5वें ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाया
देश को लगातार 5वें ओलंपिक में रेसलिंग का मेडल दिलाने वाले रेसलर बने। सुशील कुमार ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीता था।
तीसरा रिकॉर्ड– रेसलिंग का 8वां मेडल जिताया
ओलंपिक के इतिहास में भारत के लिए रेसलिंग का 8वां मेडल दिलाया। सबसे पहले 1952 में केडी जाधव ने रेसलिंग में मेडल जीता था। तब से अब तक भारत रेसलिंग में 8 मेडल जीत चुका है, इनमें 2 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज शामिल हैं।