जय प्रकाश नारायण की जयंती पर उत्तर प्रदेश में सियासी माहौल गरमा गया है.दरअसल सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव जेपी सेंटर में श्रद्धांजलि देने को लेकर अड़े हुए हैं.वे सेंटर जाकर जयप्रकाश नारायण की जयंती के कार्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं.वहीं सरकार ने उनके कैंपस में जाने पर रोक लगा दी है.
अखिलेश यादव के घर के बाहर RAF तैनात
अखिलेश यादव को जेपी एनआईसी जाने से रोकने के लिए उनके विक्रमादित्य मार्ग स्थित घर के बाहर बैरिकेडिंग कर दी गई है. RAF सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की गई है.सेंटर के मेन गेट को 10 फीट ऊंची टीन की चादरों से ढककर सील कर दिया गया है, क्योंकि पिछली बार जयप्रकाश नारायण की जयंती पर अखिलेश यादव अपने कार्यकर्ताओं के साथ गेट फांदकर माल्यार्पण करने चले गए थे.
अखिलेश यादव ने जताई नाराजगी कही ये बात
यादव ने इस पर नाराजगी जताई है और ऐसा करने पर भाजपा सरकार को नकारात्मकता का प्रतीक बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा-भाजपाई लोग हों या इनकी सरकार, इनका हर काम नकारात्मक का प्रतीक है. पिछली बार की तरह समाजवादी लोग कहीं ‘जय प्रकाश नारायण जी’ की जयंती पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने न चले जाएं, इसीलिए उन्हें रोकने के लिए हमारे निजी आवास के आसपास बैरिकेडिंग कर दी गई है.भाजपाई हमेशा स्वतंत्रता-सेनानियों और स्वतंत्रता आंदोलन के विरोधी रहे हैं. रास्ते रोकना इन्होंने औपनिवेशिक शक्तियों के साथ रहने और दबे-छुपे उनका साथ देने से सीखा है.
समाजवादी पार्टी नेता जूही सिंह ने कही ये बात
समाजवादी पार्टी नेता जूही सिंह ने कहा, “.ये सरकार लोकतंत्र से डरती है, आवाजों से डरती है। केवल माल्यार्पण का कार्यक्रम था लेकिन हमें क्यों रोका गया है? क्या ये लोग JPNIC को बेचना चाहते हैं? अखिलेश यादव से डर गए हैं? हमारा संगठन यहां है. हम कोशिश करेंगे कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ माल्यार्पण कर सकें।”
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कही ये बात
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “किसी भी जगह जहां लोकतंत्र है वहां कोई श्रद्धांजलि भी नहीं देने जा सकता ये कैसी बात है? आप बता दीजिए कि उस जगह क्या करना है या क्या नहीं करना है ताकि वहां(JPNIC) जो निर्माण कार्य हो रहा है उसे क्षति न पहुंचे लेकिन आप किसी को रोक देंगे, उनके घर के बाहर पुलिस लगा देंगे या घेराबंदी कर देंगे। ये कहां का लोकतंत्र है?”
श्रद्धांजलि जयप्रकाश नारायण को कहीं से भी दी जा सकती है : जयवीर सिंह
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, “पिछले साल भी अखिलेश यादव और उनके कार्यकर्ताओं ने जबरन JPNIC दीवारों को फांदकर उसे क्षतिग्रस्त करने का काम किया था.बंद पड़ी इमारतों में माल्यार्पण की अनुमति नहीं दी जा सकती है. लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कल ही अखिलेश यादव को ये अवगत करवा दिया था कि वहां(JPNIC) माल्यार्पण की अनुमति देना सुरक्षा कारणों से संभव नहीं है.अगर अखिलेश यादव भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं तो JPNIC का निर्माण उन्हीं के कार्यकाल के दौरान हुआ.2017 के बाद वहां कोई काम नहीं हुआ है तो अगर भ्रष्टाचार का कोई आरोप है तो अखिलेश यादव के कार्यकाल के हो सकते हैं.श्रद्धांजलि जयप्रकाश नारायण को कहीं से भी दी जा सकती है और उनके बारे में सम्मान और आस्था का भाव कहीं से भी प्रकट किया जा सकता है.समाजवादी पार्टी की जो फितरत रही है यह सब उसी का हिस्सा हो सकता है।”