Ajmer के बोराज तालाब की पाल गुरुवार देर रात टूट गई . इसके कारण आसपास की कॉलोनियां जलमग्न हो गईं. पानी का तेज बहाव स्वास्तिक कॉलोनी, रावत नगर और भारत नगर समेत कई कॉलोनियों में घुस गया. लोग जान बचाने के लिए परिवार सहित छतों पर चढ़ गए लेकिन पानी के तेज बहाव की वजह से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए.
#WATCH | Ajmer, Rajasthan: Following heavy rainfall, the wall of Boraj Lake collapsed late last night. Water entered the residential areas, damaging houses and vehicles. pic.twitter.com/gxvsBjMLMH
— ANI (@ANI) September 5, 2025
पहले से ही था तालाब की पाल टूटने का अंदेशा
गुरुवार सुबह से ही पाल क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलने पर प्रशासन पहले ही सतर्क हो गया था. इसी कारण प्रशासन ने स्वास्तिक नगर से 80 घरों को पहले ही खाली करवा लिया था. राजकीय स्कूल बोराज में अस्थाई आश्रय स्थल बनाया गया है. जहां खाने-पीने और दवाओं की व्यवस्था की गई है.
#WATCH | Ajmer, Rajasthan: Following heavy rainfall, the wall of Boraj Lake collapsed. Streets flooded, people were rescued, and police closed the road. (04.09) pic.twitter.com/tyramVKkOW
— ANI (@ANI) September 5, 2025
समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होने से नहीं हुई जनहानि
कलेक्टर लोकबंधु ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन समय रहते शुरू कर दिया गया था. लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है और कोई जनहानि नहीं हुई है. प्रभावित इलाकों से पानी की निकासी का काम जारी है. NDRF को अलर्ट पर रखा गया है और लोगों से घरों में सुरक्षित रहने व अफवाहों से बचने की अपील की गई है.
पानी के तेज बहाव में कई वाहन बहे
तालाब की पाल टूटने से आए पानी के तेज बहाव के कारण घरों के बाहर खड़ी कारों सहित कई वाहन बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए. जानकारी के मुताबिक, कई चार पहिया वाहन पूरी तरह से पानी में डूब गए, जबकि कई दुपहिया वाहन पानी के साथ बह गए. क्षेत्र में सुरक्षा कारणों से चलते एहतियातन विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई है ताकि किसी भी तरह का करंट लगने का हादसा न हो. इससे लोगों को रात के समय और भी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
कई घरों को भी पहुंचा नुकसान
कई घरों की इमारतों को नुकसान पहुंचा है. तालाब के पास के इलाकों में दीवारें ढह गईं और कमरों में गाद भर गई. कुछ घरों में नींव के नीचे की जमीन में कटाव से इमारत असुरक्षित हो गई हैं. अधिकारियों के अनुसार, कम से कम 100 घरों को आंशिक या गंभीर नुकसान हुआ है. इलाकों से पानी निकालने के लिए ‘मड पंप’ लगाए गए थे.
मुआवजे की मांग को लेकर लोगों ने किया प्रदर्शन
वहीं नुकसान से प्रभावित लोगों ने शुक्रवार को वरुण सागर रोड पर विरोध प्रदर्शन किया और यातायात अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने नुकसान के लिए मुआवजे की मांग की. महिला प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और तालाब के रखरखाव में लापरवाही का आरोप लगाया. अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (शहर) गजेंद्र सिंह और उप खंड अधिकारी (एसडीएम) गरिमा नरूला धरना स्थल पर पहुंचे और निवासियों को आश्वासन दिया कि प्रशासन ने नुकसान का आकलन करने के लिए घर-घर जाकर सर्वेक्षण शुरू कर दिया है. अधिकारियों के आश्वासन और एसडीएम नरूला द्वारा प्रभावित घरों का दौरा करने के बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया.