तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रतन यू केलकर ने शनिवार को कहा कि बीएलओ को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के लिए हर मुमकिन मदद दी जा रही है और उन पर दबाव डालने का कोई इरादा नहीं है। केलकर ने तिरुवनंतपुरम में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) को दिए गए लक्ष्य का मकसद दबाव बनाना नहीं, बल्कि यह पक्का करना है कि एसआईआर प्रक्रिया तय समय-सीमा में पूरी हो जाए। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारियों को बीएलओ को पूरा सहयोग देने के निर्देश दिए गए हैं।
कर्नाटक और तमिलनाडु की सीमा के पास वाले इलाकों में उठाए गए कदमों के बारे में, जहां मुख्यत: कन्नड़ और तमिल बोली जाती है, केलकर ने कहा कि इन भाषाओं के जानकार लोगों को बीएलओ के साथ तैनात किया जा रहा है, ताकि प्रपत्र आसानी से भरे जा सकें। उन्होंने कहा कि अब तक भरे हुए 70 प्रतिशत गणना प्रपत्र मिल चुके हैं।
विदेश में रहने वाले मतदाताओं को लेकर केलकर ने कहा कि उनके बीच एसआईआर के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘एनओआरकेए-रूट्स’ के साथ मिलकर कदम उठाए गए हैं। ‘एनओआरकेए- रूट्स’ केरल के प्रवासी विभाग (एनओआरकेए) की फील्ड एजेंसी है, जो राज्य के प्रवासियों से जुड़े मामलों को देखती है।




